Live Hindustan : Sep 20, 2019, 01:59 PM
उच्चतम न्यायालय ने रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले की सुनवाई के लिए सोमवार से न्यायालय का कार्य समय शाम चार बजे से बढ़ाकर शाम पांच बजे तक किया।इससे पहले उच्चतम न्यायालय में गुरुवार को रामजन्मभूमि विवाद की सुनवाई के दौरान केंद्रीय गुंबद के नीचे मूर्ति के मुद्दे पर मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन की संविधान पीठ से नोकझोंक हो गई। हालांकि, बाद में धवन ने मांफी मांगी और सुनवाई आगे बढ़ी।मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ के सामने सुनवाई शुरू होते ही धवन ने कहा, ‘इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि विवादित स्थल पर केंद्रीय गुंबद के नीचे मूर्ति थी। जो भी गवाह इस बारे में सामने आए हैं, उन्होंने किसी और से सुनी हुई बातें ही अदालत में कही हैं। वे खुद कभी विवादित स्थल पर नहीं गए। उनके बयानों में विरोधाभास है। ऐसे में उन्हें सबूत नहीं माना जा सकता।’