विश्व / कार्बन उत्सर्जन न हो, इसलिए क्लाइमेट समिट में हिस्सा लेने नौका से जाएंगी 16 वर्षीय एक्टिविस्ट ग्रेटा

स्वीडन की 16 साल की ग्रेटा थनबर्ग जलवायु परिवर्तन रोकने की कोशिशों के लिए पूरी दुनिया में जानी जाती हैं। क्लाइमेंट चेंज से जुड़े हर बड़े समिट में ग्रेटा प्रदर्शन करती नजर आती हैं। इस बार वह कुछ खास करने जा रही हैं। ग्रेटा 23 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के क्लाइमेट समिट में हिस्सा लेंगी। इसके लिए वे विमान से जाने की बजाय नौका से जा रही हैं ताकि कार्बन उत्सर्जन को रोका जा सके।

Dainik Bhaskar : Aug 06, 2019, 10:10 AM
स्टॉकहोम. स्वीडन की 16 साल की ग्रेटा थनबर्ग जलवायु परिवर्तन रोकने की कोशिशों के लिए पूरी दुनिया में जानी जाती हैं। क्लाइमेंट चेंज से जुड़े हर बड़े समिट में ग्रेटा प्रदर्शन करती नजर आती हैं। इस बार वह कुछ खास करने जा रही हैं। ग्रेटा 23 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के क्लाइमेट समिट में हिस्सा लेंगी। इसके लिए वे विमान से जाने की बजाय नौका से जा रही हैं ताकि कार्बन उत्सर्जन को रोका जा सके।

ब्रिटेन से रवाना होंगी

ग्रेटा एक रेसिंग याट मेलिजिया II से ब्रिटेन से न्यूयॉर्क के लिए रवाना होंगी। नाविक टीम के प्रमुख बोरिस हरमैन कहते हैं कि यह यात्रा ग्रेटा और हम सभी के लिए चुनौतीपूर्ण होगी। ग्रेटा नौका से सफर इसलिए करेंगी क्योंकि वह पर्यावरण को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दिखाना चाहती हैं।

हरमैन ने पहली बार ग्रेटा को इस साल मार्च में हैम्बर्ग (जर्मनी) में एक प्रदर्शन के दौरान देखा था। उस वक्त हरमैन की गर्लफ्रेंड (टीचर) ने कहा था कि अगर कभी लड़की को कहीं जाने की जरूरत हुई तो उसे बोट से लेकर जाना। हरमैन की बाद में ग्रेटा से पेरिस में मुलाकात हुई। उन्होंने थनबर्ग को खास बताया। मेलिजिया की टीम ग्रेटा को न्यूयॉर्क तक मुफ्त में ले जाएगी। इसके लिए किसी स्पॉन्सर की मदद नहीं ली जा रही।

थनबर्ग की न्यूयॉर्क की बोट से यात्रा 2 हफ्ते की रहेगी। इसमें उसके पिता स्वेंत, फिल्ममेकर नाथन ग्रॉसमैन रहेंगे। बोट को लग्जरी यात्रा के लिहाज से डिजाइन नहीं किया गया है। हालांकि बोट काफी हल्की रखी गई है। हरमैन के मुताबिक- हमारी पूरी रहेगी कि समुद्र में उस रास्ते से न जाएं, जहां खराब मौसम का अंदेशा हो।

जिस याट में ग्रेटा सफर करेंगी, उससे कार्बन उत्सर्जन बिल्कुल नहीं होगा। नौका में बिजली उसमें लगे सौर पैनल्स और अंडरवॉटर टरबाइन से बनेगी। नौका में फ्रिज-एयर कंडीशनर समेत ऐसी कोई चीज नहीं होगी जिससे धरती को गर्म करने वाले तत्व हों। समुद्री रास्ते में ग्रेटा और नौका की पूरी टीम फ्रीज-ड्राइड (ठंडा-सूखा) और वैक्यूम पैक्ड खाना खाएगी।

इस साल मार्च में ग्रेटा को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया जा चुका है। अगर दिसंबर में उन्हें यह पुरस्कार मिलता है तो इसे पाने वाली वे सबसे युवा शख्सियत होंगी। उनके मूवमेंट का नाम स्कूल स्ट्राइक फॉर क्लाइमेट है। जलवायु परिवर्तन पर अभियान के लिए उन्होंने एक साल के लिए स्कूल से छुट्टी ली है।

सोशल मीडिया पर ग्रेटा के प्रशंसकों की अच्छी खासी संख्या है। इंस्टाग्राम पर उनके 24 लाख, फेसबुक पर 10.21 लाख और ट्विटर पर 8.31 लाख फॉलोअर्स हैं।