Vikrant Shekhawat : Jun 07, 2022, 07:26 AM
नई दिल्ली: रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए घरेलू उद्योगों से 76,390 करोड़ रुपये के सैन्य उपकरण और अन्य साजोसामान खरीदने को मंजूरी दे दी। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) की अध्यक्षता वाली रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) ने इन प्रस्तावों को मंजूरी दी।
मंत्रालय ने कहा कि भारतीय नौसेना के लिए, डीएसी ने लगभग 36,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से अगली पीढ़ी के कोरवेट (एनजीसी) की खरीद की मंजूरी दी। कोरवेट एक प्रकार का छोटा पोत होता है।मंत्रालय के अनुसार ये एनजीसी निगरानी और हमला सहित विभिन्न भूमिकाओं के लिए उपयोगी होंगे। बयान में कहा गया है कि एनजीसी का निर्माण भारतीय नौसेना के नए ‘इन-हाउस डिजाइन’ के आधार पर किया जाएगा और इसके लिए पोत निर्माण की नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।स्वदेशीकरण को बढ़ाना देने के मकसद के साथ डीएसी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा डोर्नियर विमान और एसयू-30 एमकेआई एयरो-इंजन के निर्माण के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी।डीएसी ने भारतीय थल सेना के लिए, दुर्गम क्षेत्रों के अनुकूल ट्रक (आरटीएफएलटी), विशेष टैंक (बीएलटी) आदि के साथ टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल (एटीजीएम) और अन्य हथियारों की घरेलू स्रोतों से खरीद के लिए नयी मंजूरी दी।
मंत्रालय ने कहा कि भारतीय नौसेना के लिए, डीएसी ने लगभग 36,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से अगली पीढ़ी के कोरवेट (एनजीसी) की खरीद की मंजूरी दी। कोरवेट एक प्रकार का छोटा पोत होता है।मंत्रालय के अनुसार ये एनजीसी निगरानी और हमला सहित विभिन्न भूमिकाओं के लिए उपयोगी होंगे। बयान में कहा गया है कि एनजीसी का निर्माण भारतीय नौसेना के नए ‘इन-हाउस डिजाइन’ के आधार पर किया जाएगा और इसके लिए पोत निर्माण की नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।स्वदेशीकरण को बढ़ाना देने के मकसद के साथ डीएसी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा डोर्नियर विमान और एसयू-30 एमकेआई एयरो-इंजन के निर्माण के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी।डीएसी ने भारतीय थल सेना के लिए, दुर्गम क्षेत्रों के अनुकूल ट्रक (आरटीएफएलटी), विशेष टैंक (बीएलटी) आदि के साथ टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल (एटीजीएम) और अन्य हथियारों की घरेलू स्रोतों से खरीद के लिए नयी मंजूरी दी।