Vikrant Shekhawat : Apr 01, 2021, 05:05 PM
जापानी कल्चर में कुछ नियम इतने अजीबोगरीब हैं जिन्हें लेकर अक्सर आलोचना होती रही है। ऐसे ही कुछ नियमों को जापानी प्रशासन ने खत्म करने का फैसला किया है। जापान के सागा प्रांत बोर्ड ऑफ एजुकेशन ने जापान के 51 मिडिल और हाई स्कूलों में रिसर्च कराई थी। इस रिसर्च में सामने आया था कि 14 स्कूलों में लड़कियों के लिए व्हाइट अंडरवियर ही पहनने का नियम है।
जापान के कई पब्लिक स्कूलों में स्कूल टीचर्स छात्राओं की अंडरवियर के कलर को चेक करती थीं और व्हाइट कलर ना होने पर इन स्टूडेंट्स को सजा मिलती थी। इन नियमों को लेकर कई पेरेंट्स ने आपत्ति जताई थी और इसे बेहद निंदनीय करार दिया था। इस बेहद विवादित नियम को अब सागा प्रान्त में खत्म करने का फैसला किया गया है। बता दें कि जापान के क्युशू क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिमी छोर पर सागा प्रान्त है। न्यूज ऑफ जापान की रिपोर्ट के अनुसार, ये नियम अप्रैल के दूसरे हफ्ते से खत्म कर दिए जाएंगे। सागा प्रान्त बोर्ड ऑफ एजुकेशन ने इसके अलावा स्टूडेंट्स की जुराबों के रंग से जुड़े नियम को भी खत्म कर दिया है। पिछले साल फुकोका शहर में भी एक ऐसी ही स्टडी की गई थी जहां सामने आया था कि 80 प्रतिशत से ज्यादा स्कूलों में ये नियम बदस्तूर तरीके से चल रहा है। इस चौंकाने वाली रिपोर्ट में ये भी सामने आया था कि अगर स्टूडेंट्स व्हाइट अंडरवियर में नहीं होते थे तो सजा के तौर पर स्टूडेंट्स को इसे उतारने के लिए कहा जाता था और नियमों का पालन ना करने पर बच्चों के ग्रेड्स खराब किए जाते थे। इस रिपोर्ट को तैयार करने वाले लोगों ने कहा कि जापान के इन स्कूलों में प्राइवेसी और मानवाधिकारों का जबरदस्त उल्लंघन हो रहा है।गौरतलब है कि जापान के स्कूलों में कई कड़े नियम हैं जिनकी लगातार आलोचना होती रही है। जापान के कई स्कूलों में अगर बच्चे स्कूल से घर जाते वक्त शॉपिंग करते हैं या अपनी किताबों को स्कूल में ही छोड़ जाते हैं तो भी उन्हें कड़ी सजा मिलती है। इसके अलावा हेयर प्रॉड्क्टस इस्तेमाल करने और गर्ल्स की स्कर्ट छोटी होने पर भी सजा का प्रावधान है।
जापान के कई पब्लिक स्कूलों में स्कूल टीचर्स छात्राओं की अंडरवियर के कलर को चेक करती थीं और व्हाइट कलर ना होने पर इन स्टूडेंट्स को सजा मिलती थी। इन नियमों को लेकर कई पेरेंट्स ने आपत्ति जताई थी और इसे बेहद निंदनीय करार दिया था। इस बेहद विवादित नियम को अब सागा प्रान्त में खत्म करने का फैसला किया गया है। बता दें कि जापान के क्युशू क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिमी छोर पर सागा प्रान्त है। न्यूज ऑफ जापान की रिपोर्ट के अनुसार, ये नियम अप्रैल के दूसरे हफ्ते से खत्म कर दिए जाएंगे। सागा प्रान्त बोर्ड ऑफ एजुकेशन ने इसके अलावा स्टूडेंट्स की जुराबों के रंग से जुड़े नियम को भी खत्म कर दिया है। पिछले साल फुकोका शहर में भी एक ऐसी ही स्टडी की गई थी जहां सामने आया था कि 80 प्रतिशत से ज्यादा स्कूलों में ये नियम बदस्तूर तरीके से चल रहा है। इस चौंकाने वाली रिपोर्ट में ये भी सामने आया था कि अगर स्टूडेंट्स व्हाइट अंडरवियर में नहीं होते थे तो सजा के तौर पर स्टूडेंट्स को इसे उतारने के लिए कहा जाता था और नियमों का पालन ना करने पर बच्चों के ग्रेड्स खराब किए जाते थे। इस रिपोर्ट को तैयार करने वाले लोगों ने कहा कि जापान के इन स्कूलों में प्राइवेसी और मानवाधिकारों का जबरदस्त उल्लंघन हो रहा है।गौरतलब है कि जापान के स्कूलों में कई कड़े नियम हैं जिनकी लगातार आलोचना होती रही है। जापान के कई स्कूलों में अगर बच्चे स्कूल से घर जाते वक्त शॉपिंग करते हैं या अपनी किताबों को स्कूल में ही छोड़ जाते हैं तो भी उन्हें कड़ी सजा मिलती है। इसके अलावा हेयर प्रॉड्क्टस इस्तेमाल करने और गर्ल्स की स्कर्ट छोटी होने पर भी सजा का प्रावधान है।