Vikrant Shekhawat : Aug 26, 2024, 03:09 PM
Pakistan News: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक और दिल दहला देने वाली आतंकवादी घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। मूसाखेल जिले में हालिया हमले में कम से कम 23 पंजाब निवासी नागरिकों की हत्या कर दी गई है। यह हमला सोमवार की रात को हुआ, जब आतंकवादियों ने बसों और अन्य वाहनों से यात्रियों को उतारकर उनकी पहचान की और फिर उन्हें गोलियों से भून डाला।आतंकी हमले का विवरणपाकिस्तानी समाचार पत्र 'डॉन' ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि आतंकवादियों ने मूसाखेल के राराशम जिले में राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया था। इसके बाद यात्रियों को बाहर निकालकर उनकी पहचान की गई और फिर उन्हें गोली मार दी गई। इस घटना की जानकारी देते हुए सहायक आयुक्त मूसाखेल नजीब काकर ने बताया कि आतंकवादियों ने 10 वाहनों में भी आग लगा दी। इस दर्दनाक घटना के बाद, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को अस्पताल भेजा।पंजाब के नागरिकों को निशाना बनाया गयाइस हमले में मारे गए अधिकांश लोग पंजाब के निवासी थे। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, आतंकवादियों ने केवल पंजाबियों को ही निशाना बनाया और उनकी हत्या की। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि बलूचिस्तान सरकार आतंकवादियों को पकड़ने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।पिछले आतंकी हमलों की तुलनायह घटना पहली बार नहीं हुई जब इस तरह के आतंकवादी हमले हुए हैं। इसी साल अप्रैल में, बंदूकधारियों ने नोशकी के पास एक बस से नौ यात्रियों को उतारकर उनकी पहचान की और फिर उन्हें गोलियों से भून डाला। इसके पूर्व, पिछले साल अक्टूबर में बलूचिस्तान के केच जिले के तुर्बत में अज्ञात बंदूकधारियों ने छह पंजाबी मजदूरों की हत्या कर दी थी। इसी तरह की एक अन्य घटना 2015 में भी हुई थी, जब बंदूकधारियों ने तुर्बत के पास एक मजदूर शिविर पर हमला किया था, जिसमें 20 निर्माण श्रमिकों की मौत हो गई थी और तीन अन्य घायल हो गए थे।समग्र प्रभाव और भविष्य की दिशाये लगातार हो रहे आतंकी हमले पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति को लेकर गंभीर सवाल उठा रहे हैं। बलूचिस्तान में हो रहे इस तरह के हमलों का प्रभाव न केवल स्थानीय नागरिकों पर पड़ता है, बल्कि यह पूरे देश की सुरक्षा और स्थिरता को भी चुनौती देता है। सरकार और सुरक्षा बलों को चाहिए कि वे इन आतंकवादी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखें और ऐसे हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।इस घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद एक बड़ा खतरा बना हुआ है, और इसकी रोकथाम के लिए एक सशक्त और सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है।