Crime / तालाब में दो दलित नाबालिग लड़कियों शव मिला, हुआ था किडनैप, परिवार ने लगाया पुलिस पर आरोप

बिहार में दो दलित नाबालिग लड़कियों के अपहरण और हत्या के बाद पुलिस पर लापरवाही के गंभीर आरोप लग रहे हैं। परिवार का कहना है कि पुलिस ने शिकायत पर एक प्राथमिकी दर्ज की, लेकिन इसकी जांच करने के बजाय, हमने उन्हें लड़कियों को खोजने की सलाह दी। कुछ दिनों बाद दोनों लड़कियों के शव एक पोखर (तालाब) से बरामद किए गए।

Vikrant Shekhawat : Jan 10, 2021, 08:26 AM
बिहार में दो दलित नाबालिग लड़कियों के अपहरण और हत्या के बाद पुलिस पर लापरवाही के गंभीर आरोप लग रहे हैं। परिवार का कहना है कि पुलिस ने शिकायत पर एक प्राथमिकी दर्ज की, लेकिन इसकी जांच करने के बजाय, हमने उन्हें लड़कियों को खोजने की सलाह दी। कुछ दिनों बाद दोनों लड़कियों के शव एक पोखर (तालाब) से बरामद किए गए।

दरअसल, यह पूरा मामला वैशाली जिले के एक गांव का है। जहां 2 जनवरी को 14 और 16 साल की दो लड़कियां अचानक घर से गायब हो गईं। दोनों लड़कियां दोस्त थीं। 16 वर्षीय भारती (बदला हुआ नाम) और 14 वर्षीय उषा (बदला हुआ नाम) के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी थी।

हालांकि पुलिस ने दो लड़कियों के एक साथ गायब होने की लिखित शिकायत पर अपहरण की धारा में एक प्राथमिकी दर्ज की, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई करने के बजाय परिवार को खुद को खोजने की सलाह देकर मामले को शांत कर दिया।

शिकायत दर्ज होने के 7 दिन बाद दोनों लड़कियों के शव गांव से लगभग 1 किमी दूर तालाब में पाए गए। अपहरण के इस मामले में, परिवार ने गांव के ही कुछ लड़कों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। शुरुआती लापरवाही के बाद, जब दोनों लड़कियों के शव दिखाई दिए, तो पुलिस एक्शन मोड में दिखाई दी। मामले में स्पष्टीकरण देते हुए, पुलिस ने कहा कि प्राथमिकी के बाद आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

फिलहाल, पुलिस ने अब तेजी से कार्रवाई का दावा करते हुए कहा कि अपहरण के इस मामले में हत्या की धारा भी लगाई जाएगी। बलात्कार की जांच के लिए मेडिकल टीम और पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।

हालाँकि, इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस की लापरवाही की एक तस्वीर सामने आई है। रिश्तेदार भी उसी ओर इशारा कर रहे हैं। मामले की जांच चल रही है, मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है।