Vikrant Shekhawat : Apr 05, 2022, 10:46 PM
दिल्ली में जनकपुरी फ्लाईओवर के पास एक युवती ने दो लोगों ने गाड़ी में सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है। आरोपियों ने वारदात के बाद युवती को करीब 8.30 बजे सड़क पर फेंक दिया और मौके से फरार हो गए। आरोपियों के जाने के बाद पीड़िता ने अपने भाई को वारदात की सूचना दी ऑटो की मदद से अपने घर पहुंची। जहां अगले दिन पीड़िता ने अम्बेड़कर नगर थाना पहुंची, जहां एफआईआर दर्ज नहीं होने पर पीड़िता ने 181 पर फोन किया। जिसके बाद जनकपुरी थाना पुलिस ने महिला से सम्पर्क किया। खबर लिखे जाने तक महिला थाने में मौजूद थी और एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही थी।पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता अपने परिवार के साथ मदनगिर इलाके में रहती है। पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में उसने बताया कि घर की आर्थिंक स्थिति खराब होने के चलते वह लंबे समय नौकरी की तलाश कर रही थी। उसकी एक जानकारी महिला ने अपने एक जानकार का नम्बर दिया और बताया कि यह उसकी नौकरी लगवा देगा। पीड़िता ने उससे सम्पर्क किया और 3 अप्रैल को आरोपी ने पीड़िता को जनकपुरी फ्लाईओवर पर बुलाया। आरोपी ने बताया कि उसने पीड़िता के लिए एक नौकरी की बात कर ली है और उससे मिलने जाना है। पीड़िता 3 मार्च की शाम को आरोपी की बताई जगह पर पहुंच गई। जहां आरोपी एक अन्य युवक के साथ गाड़ी में मौजूद था। आरोपी ने पीड़िता को गाड़ी में बैठाया और उसे कोल्ड ड्रिंक पीने के लिए दिया। पीड़िता ने कोल्ड ड्रिंक पीया, जिसके बाद उसे नशा होने लगा। कुछ देर बाद आरोपियों ने गाड़ी को एक सूनसान जगह पर जाकर रोक दिया। जिसके बाद आरोपियों ने पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। वारदात के बाद करीब 8.30 बजे आरोपी पीड़िता को जनकपुरी इलाके में एक सड़क पर छोड़ कर फरार हो गए।अम्बेड़कर नगर पुलिस ने नहीं दर्ज की एफआईआरपीड़िता ने अपने भाई को वारदात की सूचना दी और ऑटो लेकर किसी तरह अपने घर पहुंची। देर रात होने के चलते पीड़िता अगले दिन (4 अप्रैल) सुबह अम्बेड़कर नगर थाना पहुंची। पीड़िता का आरोप है कि 4 अप्रैल की सुबह से लेकर उसे अम्बेड़कर नगर थाना पुलिस ने शाम तक थाने में बैठाए रखा और शाम को बिना एफआईआर दर्ज करें ही वापस भेज दिया। जिसके बाद पीड़िता ने 5 अप्रैल को 181 (महिला हेल्पलाइन) पर फोन किया। महिला हेल्पलाइन से मदद मिलने के बाद पुलिस ने पीड़िता से सम्पर्क किया और उसे जनकपुरी थाने बुलाया गया। खबर लिखे जाने पर पीड़िता जनकपुरी थाने में मौजूद थी।