Vikrant Shekhawat : Sep 17, 2021, 10:58 AM
कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Epidemic) से स्वस्थ होने के बाद पांच लोगों को पित्ताशय (Gallbladder) में गैंग्रीन (Gangrene) की समस्या समाने आई है. हालांकि पांचों मरीजों का पित्ताशय लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के जरिए निकाल दिया गया है. इन पांचों मरीजों का जून और अगस्त के बीच सर गंगाराम अस्पताल में सफलतापूर्वक इलाज किया गया है.अस्पताल में इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर, गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजी एंड पैनक्रिएटिकोबाइलरी साइंसेज के अध्यक्ष डॉ. अनिल अरोड़ा ने कहा, ‘हमने जून और अगस्त के बीच ऐसे पांच मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया. कोविड-19 से स्वस्थ होने के बाद इन मरीजों के पित्ताशय में पथरी के बिना ही गंभीर सूजन आ गई थी, जिससे पित्ताशय में गैंग्रीन की समस्या पैदा हो गई. ऐसे में तत्काल सर्जरी की आवश्यकता होती है.’ उन्होंने दावा किया कि यह पहली बार है जब कोविड-19 संक्रमण से उबरने के बाद पित्ताशय में गैंग्रीन के मामले सामने आए हैं. इन पांचों मरीजों में चार पुरुष और एक महिला है, जिनकी आयु 37 से 75 वर्ष के बीच है.
गैंग्रीन एक बीमारी है जिसमें शरीर के कुछ हिस्सों में ऊतक नष्ट होने लगते हैं, जिससे वहां घाव बन जाता है जो लगातार फैलता जाता है. सभी मरीजों ने बुखार, पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में दर्द और उल्टी की शिकायत की थी. इनमें से दो को मधुमेह था तथा एक को दिल की बीमारी थी. इन मरीजों ने कोविड-19 के इलाज में स्टेरॉयड लिए थे.कोविड-19 महामारी के लक्षणों और पित्ताशय में गैंग्रीन की बीमारी के पता चलने की अवधि के बीच दो महीने का अंतर था. पेट के अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन के जरिए बीमारी का पता चला. डॉ. अरोड़ा ने बताया कि सभी मरीजों की लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की गई और पित्ताशय को निकाल दिया गया.
गैंग्रीन एक बीमारी है जिसमें शरीर के कुछ हिस्सों में ऊतक नष्ट होने लगते हैं, जिससे वहां घाव बन जाता है जो लगातार फैलता जाता है. सभी मरीजों ने बुखार, पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में दर्द और उल्टी की शिकायत की थी. इनमें से दो को मधुमेह था तथा एक को दिल की बीमारी थी. इन मरीजों ने कोविड-19 के इलाज में स्टेरॉयड लिए थे.कोविड-19 महामारी के लक्षणों और पित्ताशय में गैंग्रीन की बीमारी के पता चलने की अवधि के बीच दो महीने का अंतर था. पेट के अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन के जरिए बीमारी का पता चला. डॉ. अरोड़ा ने बताया कि सभी मरीजों की लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की गई और पित्ताशय को निकाल दिया गया.