लोकसभा / कश्मीर के हालात सामान्य, कांग्रेस की हालत मैं ठीक नहीं कर सकता: अमित शाह

कांग्रेस द्वारा कश्मीर में हालात सामान्य होने को लेकर उठाए गए सवाल पर गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि कश्मीर में हालात सामान्य हैं लेकिन कांग्रेस के हालात वह ठीक नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, "हमें बताया गया था कि...वहां खून की नदियां बहेंगी।...लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ...एक भी गोली नहीं चली।"

Live Hindustan : Dec 10, 2019, 03:19 PM
गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के हालात पर पूछे गए विपक्ष के सवाल पर कहा कि वहां पर हालात सामान्य है। मैं कांग्रेस की स्थिति को सामान्य नहीं बना सकता, क्योंकि उन्होंने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद खून खराबे की भविष्यवाणी की थी। उस तरह का कुछ नहीं हुआ, एक गोली नहीं चली।

उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद वहां एक भी गोली नहीं चली है। नेताओं को जेल में रखे जाने के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि हमें एक दिन ज्यादा उनको जेल में रखने की जरूरत नहीं है। जब वहां का प्रशासन चाहेगा वो जेल में छूट जाएंगे। 

उन्होंने बताया कि 99.5 फीसदी छात्र वहां परीक्षा देने के लिए बैठे, लेकिन अधीर रंजन जी के लिए यह सामान्य नहीं है, श्रीनगर में 7 लाख लोगों ने ओपीडी सेवाएं ली, कर्फ्यू, धारा 144 को हर जगह से हटा दिया गया। लेकिन अधीर जी के लिए केवल सामान्य स्थिति का पैरामीटर राजनीतिक गतिविधि है। स्थानीय निकाय चुनावों का क्या? अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पर पंचायत और तालुका के चुनाव बिना किसी विरोध के संपन्न हुए है। उन्होंने कहा कि कुछ नेता पांच और छह महीने से जेल में है लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि फारुख अब्दुल्ला के पिता को 11 साल तक कांग्रेस ने जेल में रखा था। हम कांग्रेस के नक्शे कदम पर नहीं चलना चाहते हैं। 

अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हिरासत में लिए गए नेताओं को छोड़ने का निर्णय स्थानीय प्रशासन की ओर से लिया जाएगा तथा वहां के मामले में केंद्र सरकार दखल नहीं देगी। सदन में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के पूरक प्रश्न के उत्तर में शाह ने मुख्य विपक्षी दल पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर की स्थिति सामान्य है। उन्होंने कहा कि कहा कि कांग्रेस के लोग कह रहे थे कि 370 हटाने पर रक्तपात हो जाएगा, लेकिन वहां एक गोली भी नहीं चली। शाह ने कहा कि स्थिति पूरी तरह सामान्य है।

उन्होंने कहा कि जब स्थानीय प्रशासन को लगेगा कि नेताओं को रिहा करने का उचित समय है तो इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। केंद्र किसी तरह का दखल नहीं देगा।  दरअसल, चौधरी ने सवाल किया था कि जम्मू-कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला और दूसरे नेताओं को कब रिहा किया जाएगा तथा क्या वहां राजनीति गतिविधि बहाल है ?

इससे पहले गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि पड़ोसी देश पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर को लेकर गलत प्रचार कर रहा है, लेकिन सरकार वहां स्थिति सामान्य बनाए रखने को प्रतिबद्ध है।