- भारत,
- 04-Jan-2025 08:19 AM IST
Mutual Fund Top Scheme: हर बार नए साल के मौके पर लोग अपनी जिंदगी में सुधार के लिए नए रेजोल्यूशन लेते हैं। कोई बुरी आदतों को छोड़ने का वादा करता है, तो कोई फिटनेस या डाइट पर ध्यान देने की बात करता है। वहीं, कई लोग वित्तीय रूप से मजबूत बनने और सेविंग करने का भी संकल्प लेते हैं। वित्तीय अनुशासन और सही निवेश रणनीति अपनाकर आप 2025 में एक अच्छा-खासा फंड अपने पोर्टफोलियो में जोड़ सकते हैं। आइए जानते हैं, सेविंग और निवेश के सही तरीके क्या हैं।
म्यूचुअल फंड: निवेश का सही तरीका
म्यूचुअल फंड में निवेश करना शेयर बाजार में इनडायरेक्ट निवेश के समान है। इसमें कई निवेशकों का पैसा एकत्रित किया जाता है और उसे विभिन्न वित्तीय साधनों जैसे शेयर, बॉन्ड और मनी मार्केट में लगाया जाता है। इसे एसेट मैनेजमेंट कंपनियां संचालित करती हैं।म्यूचुअल फंड में निवेश के फायदे:- जोखिम कम: म्यूचुअल फंड में जोखिम अपेक्षाकृत कम होता है क्योंकि धनराशि विभिन्न जगहों पर निवेश की जाती है।
- छोटी राशि से शुरुआत: आप म्यूचुअल फंड में मात्र 500 रुपए से निवेश शुरू कर सकते हैं।
- पेशेवर प्रबंधन: एसेट मैनेजमेंट कंपनियां आपके निवेश को कुशलता से प्रबंधित करती हैं।
किन फंड्स में निवेश करें?
वित्तीय विशेषज्ञों का सुझाव है कि म्यूचुअल फंड में सात साल या उससे अधिक की अवधि के लिए निवेश किया जाए। इस दौरान लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप फंड्स के संयोजन का लाभ उठाना चाहिए।लार्ज-कैप फंड्स:
लार्ज-कैप फंड्स में उन कंपनियों में निवेश किया जाता है जिनका बाजार पूंजीकरण अधिक होता है। ये कंपनियां स्थिर होती हैं और लंबे समय में अच्छा रिटर्न देती हैं।- ICICI प्रूडेंशियल ब्लूचिप फंड
- निप्पॉन इंडिया लार्ज कैप फंड
- एचडीएफसी टॉप 100 फंड
मिड-कैप फंड्स:
मिड-कैप फंड्स में उन कंपनियों में निवेश किया जाता है जिनका विकास तेजी से होता है। ये फंड्स जोखिम अधिक लेते हैं लेकिन रिटर्न भी अच्छा देते हैं।- मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड
- एचडीएफसी मिडकैप ऑपर्च्युनिटीज फंड
- एडलवाइस मिडकैप फंड
स्मॉल-कैप फंड्स:
स्मॉल-कैप फंड्स में छोटे कंपनियों में निवेश किया जाता है, जिनमें तेजी से बढ़ने की क्षमता होती है। हालांकि, इनमें जोखिम भी ज्यादा होता है।- मोतीलाल ओसवाल स्मॉल कैप फंड
- टाटा स्मॉल कैप फंड
एसआईपी से निवेश को बनाएं आसान
सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) निवेश का सबसे सुविधाजनक और प्रभावी तरीका है। इसमें हर महीने एक निश्चित राशि निवेश की जाती है। SIP की खासियत यह है कि यह बाजार के उतार-चढ़ाव के बावजूद निवेश की औसत लागत को स्थिर बनाए रखता है।SIP के फायदे:- नियमित निवेश की आदत विकसित होती है।
- लंबी अवधि में गारंटीड रिटर्न का मौका मिलता है।
- बाजार के जोखिम से बचाव होता है।
- छोटी-छोटी रकम से बड़ा फंड तैयार किया जा सकता है।
निवेश में अनुशासन और धैर्य का महत्व
निवेश करते समय अनुशासन और धैर्य रखना बेहद जरूरी है। कई लोग बाजार के उतार-चढ़ाव से घबरा जाते हैं और अपना निवेश जल्दी निकाल लेते हैं। लेकिन लंबे समय तक निवेश करने से कंपाउंडिंग का लाभ मिलता है और आपका पोर्टफोलियो तेजी से बढ़ता है।टिप्स:- अपने वित्तीय लक्ष्य तय करें।
- रिस्क प्रोफाइल के अनुसार फंड्स का चयन करें।
- निवेश पर नियमित नजर रखें लेकिन उतार-चढ़ाव से घबराएं नहीं।
- SIP को प्राथमिकता दें और उसमें निरंतरता बनाए रखें।