Vikrant Shekhawat : Sep 18, 2019, 04:11 PM
New Delhi. आईबीएम देशभर के आईटीआई के 10,000 फैकल्टी सदस्यों को प्रशिक्षण देगी, कार्यक्रम के तहत 7 स्थानों पर 14 प्रशिक्षक होंगे और एक साल की अवधि में 200 से अधिक कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। कौशल विकास तथा उद्यमिता मंत्रालय के प्रशिक्षण प्रभाग के महानिदेशक ने विश्व की प्रमुख आईटी कम्पनी आईबीएम के साथ समझौता पर हस्ताक्षर किया है जिसके अंतर्गत आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए देशव्यापी कार्यक्रम चलाया जाएगा। कार्यक्रम के हिस्से के रूप में आईटीआई प्रशिक्षकों को दैनिक प्रशिक्षण गतिविधियों में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के लिए बुनियादी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रशिक्षकों को बुनियादी दृष्टिकोण कार्य प्रवाह और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एप्लीकेशन में सहायक बनाना है, ताकि वे अपने प्रशिक्षण मॉड्यूल में इसका उपयोग कर सकें। आईबीएम का उद्देश्य देशभर के आईटीआई के 10,000 फैकल्टी सदस्यों को प्रशिक्षित करना है। यह कार्यक्रम एक वर्ष का होगा और इसमें 200 कार्यशालाओं के साथ 7 स्थानों पर 14 प्रशिक्षक होंगे।
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय ने कहा कि प्रशिक्षिकों के लिए कई और प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किए जाएंगे। यह कार्यक्रम युवाओं को आधुनिक प्रौद्योगिकी ज्ञान और कौशल से लैस करने के लिए होंगे। यह डिजिटल कुशलता विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने वाले प्रशिक्षकों को गुणवत्ता प्रदान करेगी।
कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री आर.के. सिंह ने कहा कि प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करने के कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों और शिक्षिकों के बीच प्रौद्योगिकी खाई को पाटना है। यह समय की आवश्यकता है। इन कार्यक्रमों से विद्यार्थियों को उद्योग के लिए प्रासंगिक कुशलता मिलेगी।
इस कार्यक्रम की घोषणा 5 सितंबर, 2019 को शिक्षक दिवस के अवसर पर कौशल्याचार्य समादर समारोह में की गई थी, जहां मंत्री महोदय ने स्किल इंडिया मिशन में प्रशिक्षकों के असाधारण योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया था। इस समारोह में कुल 53 प्रशिक्षकों को सम्मानित किया गया था। इनमें विश्व कौशल स्पर्धा विजेताओं को प्रशिक्षित करने वाले विशेषज्ञ, राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (एनएसटीआई), औद्योगिकी प्रशिक्षण केन्द्रों (आईटीआई), जनशिक्षण संस्थान (जेएसएस) तथा जाने-माने कॉरपोरेट घरानों के प्रशिक्षक थे।
आईबीएम 6 राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (एनएसटीआई) और एक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) पुणे सहित सात केन्द्रों में आवश्यक प्रशिक्षण देगी। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम को दो हिस्सों में बांटा जाएगा, जहां कार्यशाला को ऑनलाइन मॉड्यूल द्वारा सहयोग दिया जाएगा, ताकि फैकल्टी के सदस्यों को समग्र रूप से सीखने का मौका मिले।
कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति का पूर्व मूल्यांकन किया जाएगा, ताकि उसकी कुशलता की जांच की जा सके। भाग लेने वाले ऑनलाइन पाठ्यक्रम प्रशिक्षिणों के तकनीकी सहयोग से प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम के बाद कार्यशाला में शामिल लोगों का मूल्यांकन किया जाएगा।