Asad Ahmed Encounter / 48 दिन बाद STF के हत्थे चढ़े असद अहमद के एनकाउंटर की ये है पूरी कहानी

राजू पाल हत्याकांड मामले के आरोपी गैंगस्टर अतीक अहमद के मोस्ट वांटेड बेटे असद को यूपी एसटीएफ (UP STF) की टीम ने ढेर कर दिया है. लंबे समय से असद अहमद की तलाश यूपी पुलिस को थी. आज गुरुवार के दिन झांसी में UP STF की टीम की तलाश खत्म हुई. पुलिस को खबर मिली थी कि असद झांसी में छुपा हुआ है. सूत्रों की मानें तो असद और उसका साथी गुलाम दोनों बाइक से जा रहे थे, तभी दोनों ओर से STF की टीमों ने उन्हें घेर लिया और रोकने की कोशिश

Vikrant Shekhawat : Apr 13, 2023, 04:26 PM
Asad Ahmed Encounter: राजू पाल हत्याकांड मामले के आरोपी गैंगस्टर अतीक अहमद के मोस्ट वांटेड बेटे असद को यूपी एसटीएफ (UP STF) की टीम ने ढेर कर दिया है. लंबे समय से असद अहमद की तलाश यूपी पुलिस को थी. आज गुरुवार के दिन झांसी में UP STF की टीम की तलाश खत्म हुई. पुलिस को खबर मिली थी कि असद झांसी में छुपा हुआ है. सूत्रों की मानें तो असद और उसका साथी गुलाम दोनों बाइक से जा रहे थे, तभी दोनों ओर से STF की टीमों ने उन्हें घेर लिया और रोकने की कोशिश की. सरेंडर करने के बजाय दोनों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. इस पर एसटीएफ की टीम ने  जवाबी फायरिंग की. सूत्रों की मानें तो दोनों ओर से लगभग 40 राउंड फायर किए गए. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने असद और गुलाम को मार गिराया.

पुलिस को पहले ही मिली थी सूचना

उत्तर प्रदेश एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस मिशन के लिए स्पेशल टीमें काम कर रही थीं, आज दोपहर 12:30 बजे से 1:00 बजे के बीच सूचना के आधार पर कुछ लोगों को इंटरसेप्ट किया गया. इसमें 24 फरवरी की घटना में जिन्हें सबने देखा था वो मुठभेड़ मे घायल हुए और बाद मे उनकी मौत हो गई. प्रशांत कुमार ने आगे बताया कि 24 फरवरी को प्रयागराज में एक दुःखद घटना हुई जिसमें यूपी पुलिस के दो बहादुर सिपाही भी शहीद हुए थे. उस समय पुलिस की विशेष टीमें गठित की गई थीं.

48 दिनों बाद पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal murder case) मामले के बाद असद और गुलाम 15 दिनों तक दिल्ली के संगम विहार में छुपे हुए थे. दिल्ली में पूछताछ करने पर STF को पता चला कि असद और गुलाम अजमेर के लिए निकल पड़े हैं. कुछ दिनों तक अजमेर में रहने के बाद दोनों झांसी के लिए निकल रहे थे. झांसी के रास्ते में घात लगाए बैठी पुलिस दोनों का इंतजार कर रही थी. लंबी मुठभेड़ के बाद एसटीएफ ने दोनों को एनकाउंटर में मार गिराया. आपको बता दें कि गुलाम और असद पर 5-5 लाख रुपये का इनाम रखा गया था.

टीम में शामिल थे 12 जांबाज

आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड को 24 फरवरी को अंजाम दिया गया था. इसके करीब 48 दिन बाद जाकर असद और गुलाम पुलिस के हत्थे चढ़े. माफिया अतीक अहमद के मोस्ट वांटेड बेटे असद अहमद और गुलाम का एनकाउंटर (Encounter of Ahmed and Ghulam) करने वाली एसटीएफ (UP STF) की टीम में कुल 12 सदस्य थे जिनमें 2 डिप्टी एसपी, 2 कमांडो, 2 इंस्पेक्टर, 1 एसआई और 5 हेड कॉन्स्टेबल शामिल थे. इस टीम को डिप्टी एसपी नावेंदु और डिप्टी एसपी विमल ने लीड किया. एनकाउंटर के दौरान माफिया के बेट असद के पास ब्रिटिश बुलडॉग रिवॉल्वर बरामद की गई. इसके अवाला गुलाम के पास वाल्थर पी-88 पिस्टल मिली. सूत्रों की मानें तो इन्हीं हथियारों का इस्तेमाल उमेश पाल की हत्या किया गया था.