कराची प्लेन क्रैश / विमान के मलबे से मिले तीन करोड़ रुपये कैश, साजिश का शक गहराया

पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन के दुर्घटनाग्रस्त विमान का खोया हुआ कॉकपिट वॉइस रेकॉर्डर तो ममिल गया है लेकिन इसके मलबे से तीन करोड़ रुपये कैश बरामद होने के बाद अब सबके होश उड़ गए हैं। ये कैश किसका है और सुरक्षा जांच के बाद कैसे प्लेन में पहुंचा अब इस पर सवाल खड़े हो गए हैं। कराची प्लेन हादसा पहले ही पायलट कैप्टन सज्जाद गुल पर उठे गंभीर सवालों के बाद संदेह के घेरे में आ गया है

News18 : May 29, 2020, 03:22 PM
कराची। पाकिस्तान (Pakistan) में अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन (PIA) के दुर्घटनाग्रस्त विमान (Karachi Plane Crash) का खोया हुआ कॉकपिट वॉइस रेकॉर्डर तो ममिल गया है लेकिन इसके मलबे से तीन करोड़ रुपये कैश बरामद होने के बाद अब सबके होश उड़ गए हैं। ये कैश किसका है और सुरक्षा जांच के बाद कैसे प्लेन में पहुंचा अब इस पर सवाल खड़े हो गए हैं। कराची प्लेन हादसा पहले ही पायलट कैप्टन सज्जाद गुल पर उठे गंभीर सवालों के बाद संदेह के घेरे में आ गया है।

इस विमान में 99 लोग सवार थे जिनमें से नौ बच्चे समेत 97 लोगों की मौत हो गई थी। एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि विमान के मलबे से जांचकर्ता और बचाव अधिकारियों ने विभिन्न देशों की मुद्राएं बरामद की हैं जिसकी कीमत करीब तीन करोड़ रुपये है। अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में जांच के आदेश दिए गए हैं कि इतनी बड़ी मात्रा में नकद राशि हवाईअड्डे की सुरक्षा और सामान जांच तंत्र से कैसे पास हो गयी। उन्होंने कहा कि यह राशि दो थैलों में पड़ी मिली है। पाकिस्तानी एवियशन मिनिस्ट्री ने इस पर बयान जारी कर कहा है कि ये धनराशि कानूनी तौर पर भी किसी की हो सकती है, फिलहाल जांच की जा रही है कि किसी ने इतना कैश ले जाने की इजाजत तो नहीं ली थी।

पायलट पर उठे हैं गंभीर सवाल

बता दें कि इस हादसे की शुरूआती जांच में पायलट पर काफी गंभीर सवाल उठ रहे हैं। जांच कर रही टीम को पता चला है कि पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल की बात को कई बार अनसुना किया था। इसके आलावा चेतावनी दिए जाने के बावजूद भी सज्जाद ने विमान को 327 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से प्लेन को लैंड कराने की असफल कोशिश की थी जिसमें विमान का फ्यूल टैंक क्षतिग्रस्त हो गया था। जांच के मुताबिक, ज़रूरत से ज्यादा ऊंचाई से लैंड कराने और विमान की गति सामान्य से ज्यादा होने के चलते ही प्लेन का निचला हिस्सा रनवे से टकराया जिसमें फ्यूल टैंक और लैंडिंग गियर क्षतिग्रस्त हो गया था।

रिपोर्ट में कहा है कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल की चेतावनी नहीं मानी गयी थी और पायलट ने प्लेन में आई खराबी की सही-सही जानकारी भी उपलब्ध नहीं कराई थी। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी ने कॉकपिट में मौजूद पायलट और अन्य चालक दल के सदस्यों को संकट के बारे में एयर ट्रैफिक कंट्रोल को बताने से रोका था। जांच में सामने आया है कि विमान के लैंडिग गियर में खराबी आ गयी थी और विमान को कुछ देर हवा में रुकने के निर्देश दिए गए थे लेकिन पायलट ने इस सलाह को अनसुना कर दिया था। पायलट को दुर्घटना के दिन लैंडिग के प्रयास से पहले प्लेन की गति और ऊंचाई को लेकर भी तीन बार चेतावनी दी गई थी, लेकिन उन्होंने नज़रअंदाज कर दी थी।