Navratri 2020 / आज मां नव दुर्गा के छठे रूप मां कात्यायनी देवी की पूजा-अर्चना, जानें पूजा विधि, मंत्र

आज नवरात्रि के 6 वें दिन हैं। आज, माँ कात्यायनी पूजा, माँ नव दुर्गा के छठे रूप की पूजा की जाती है। माना जाता है कि माँ का यह रूप सुख और शांति प्रदान करने वाला है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवी कात्यायनी की पूजा करने से मन की शक्ति मजबूत होती है और साधक इंद्रियों को वश में कर सकता है। अविवाहितों को देवी की पूजा करने से जीवनसाथी अच्छा मिलता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, इस देवी ने महिषासुर का वध किया था। आइए जानते

Vikrant Shekhawat : Oct 22, 2020, 06:54 AM
शारदीय नवरात्रि 2020 / नवरात्रि छठे दिन: आज नवरात्रि के 6 वें दिन हैं। आज, माँ कात्यायनी पूजा, माँ नव दुर्गा के छठे रूप की पूजा की जाती है। माना जाता है कि माँ का यह रूप सुख और शांति प्रदान करने वाला है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवी कात्यायनी की पूजा करने से मन की शक्ति मजबूत होती है और साधक इंद्रियों को वश में कर सकता है। अविवाहितों को देवी की पूजा करने से जीवनसाथी अच्छा मिलता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, इस देवी ने महिषासुर का वध किया था। आइए जानते हैं कि नवरात्रि के छठे दिन देवी कात्यायनी की पूजा कैसे करें:

माँ कात्यायनी की पूजा:

मां कात्यायनी की पूजा करने के लिए सबसे पहले पूजा स्थल पर एक लाल रंग का साफ कपड़ा बिछाएं और उस पर मां कात्यायनी की मूर्ति रखें। गर्भगृह और घर के अन्य स्थानों को गंगा जल से पवित्र करें। वैदिक भजनों के साथ व्रत का संकल्प पढ़ें और सभी देवी-देवताओं को नमस्कार करते हुए षोडशोपचार पूजन करें। मां कात्यायनी को दूध, घी, दही और शहद से स्नान करवाएं। मां कात्यायनी को शहद बहुत पसंद है। इसलिए पूजा में देवी को शुद्ध शहद चढ़ाएं। इसके बाद पूरी श्रद्धा के साथ देवी के मंत्र का पाठ करें। अपने मन में इच्छा को दोहराएं और देवी से आशीर्वाद मांगें।

देवी कात्यायनी का मंत्र:

चंद्रहासोज्जवलकरा शार्दूलवर वाहना।

कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनि।