Special / मरने के बाद भी परिवार संग रहती है डेडबॉडी, मिलता है लंच और अच्छे कपड़े

परिवार अपने मृत सदस्य के शव को सालों-साल तक अपने घरों में रखते हैं। इतना ही नहीं, परंपरागत रूप से उन्हें रोजाना दोपहर के खाने के लिए आमंत्रित करते हैं। ऐसा वह तब तक करते हैं, जब तक कि उन्हें आखिरकार दफना ना दिया जाए। जिन लाइफस्टाइल में हम जीते हैं, उसके बिल्कुल विपरीत इंडोनेशिया में सुलावेसी के पहाड़ों में रहने वाले तोराजन समाज के लोग मृत सदस्यों के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं, जैसे वह बीमार हैं ना कि मृत।

Vikrant Shekhawat : May 19, 2021, 10:03 PM
Torajan people: इंडोनेशिया में एक ऐसा समाज है, जहां परिवार के सदस्य की मौत हो जाने पर अंतिम संस्कार या दफनाते नहीं करते बल्कि उन्हें अपने साथ ही रखते हैं। तोराजन समाज (Torajan people of Indonesia) के लोग आध्यात्मिक तौर पर मृत्यु को भी अपने जीवन का एक हिस्सा मानते हैं और परिवार के मृत सदस्य के साथ जीते हैं।

'द गार्जियन' के खबर के मुताबिक, परिवार अपने मृत सदस्य के शव को सालों-साल तक अपने घरों में रखते हैं। इतना ही नहीं, परंपरागत रूप से उन्हें रोजाना दोपहर के खाने के लिए आमंत्रित करते हैं। ऐसा वह तब तक करते हैं, जब तक कि उन्हें आखिरकार दफना ना दिया जाए। जिन लाइफस्टाइल में हम जीते हैं, उसके बिल्कुल विपरीत इंडोनेशिया में सुलावेसी के पहाड़ों में रहने वाले तोराजन समाज (Torajan people) के लोग मृत सदस्यों के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं, जैसे वह बीमार हैं ना कि मृत।

तोराजा में, हर दिन मृतक को खाना खिलाने और लाशों को परिवार के घर के एक अलग कमरे में आराम से बिस्तर पर रखने की प्रथा है; जब तक कि परिवार मृत व्यक्ति का उचित अंतिम संस्कार नहीं करे। अंतिम संस्कार के बाद, मृतकों को अंत में कब्रों में दफनाया जाता है। लेकिन फिर भी उन्हें नियमित रूप से देखा जाता है, साफ किया जाता है और मेनने (पूर्वजों की देखभाल) नामक एक अनुष्ठान में नए कपड़े दिए जाते हैं। 

तोरजनों के लिए ताबूत में उपहार रखने की प्रथा है, जैसे कि कंगन या घड़ी। अन्य लोग अपने प्रियजनों के साथ हीरा भी गाड़ सकते हैं। कई बार इस कारण डकैती भी हो जाती है। कुछ तोरजन मृतकों के साथ रखने वाले अपने उपहारों को गुप्त रखते हैं।