मध्य प्रदेश / कंट्रोल खो बैठीं ट्रेनी पायलट, रनवे की फेंसिंग तोड़ सड़क पर आया विमान

मध्य प्रदेश सागर जिले के ढाना में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल बन गया जब, चाइम्स एविएशन अकादमी का एक विमान रनवे छोड़कर फेसिंग तोड़ते हुए सड़क पर उतर गया। गनीमत रही कि इस दौरान जान माल का नुकसान नहीं हुआ। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर पूरे प्रकरण की जांच के निर्देश दिए हैं।

Vikrant Shekhawat : Jul 18, 2021, 03:44 PM
मध्य प्रदेश सागर जिले के ढाना में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल बन गया जब, चाइम्स एविएशन अकादमी का एक विमान रनवे छोड़कर फेसिंग तोड़ते हुए सड़क पर उतर गया। गनीमत रही कि इस दौरान जान माल का नुकसान नहीं हुआ। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर पूरे प्रकरण की जांच के निर्देश दिए हैं।

इस दुर्घटना में ट्रेनी महिला पायलट ईशिका शर्मा सुरक्षित बताई जा रही हैं। अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक शनिवार की दोपहर जब विमान टेक ऑफ कर रहा था, उसी समय ट्रेनी पायलट विमान से अपना कंट्रोल खो बैठी और विमान फेंसिंग तोड़ बाहर सड़क पर आ गया।

विमान सड़क किनारे झाड़ियों में जाकर रुक गया। जानकारी मिलते ही चाइम्स एविएशन अकादमी के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे, जिन्होंने विमान को कपड़े और  नेट से ढंक दिया। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हादसे पर ट्वीट किया और एक जांच दल घटनास्थल पर भेजने का निर्देश दिया है। 

हादसे में कोई नुकसान नहीं 

हादसे में किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है। विमान भी क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है। न ही ट्रेनी पायलट को किसी भी तरह की चोटें आई हैं। सागर में एक बड़ा हादसा झाड़ियों के चलते टल गया है। घटना के विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा है।


पहले भी हो चुका है हादसा

सिंगल इंजन वाला यह विमान, सेसना 172, धना स्थित चाइम्स एविएशन अकादमी का है। पिछले साल एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद अकादमी को रनवे के इस्तेमाल से रोक दिया गया था। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी। नियमों के उल्लंघन के लिए निजी अकादमी पर बैन लगाया गया था। बाद में प्रतिबंध हटा लिया गया था।


18 महीने के भीतर दूसरा हादसा 

पिछले 18 महीनों में यह दूसरी बार है जब कोई ट्रेनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। जनवरी 2020 में, चाइम्स एविएशन का एक अन्य ट्रेनर विमान रनवे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सवार दो लोगों की मौत हो गई थी। वहीं 2009 में, एक और ट्रेनर विमान नर्मदा नदी पर बागरी बांध में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और गिर गया था।