Donald Trump News / ट्रंप को लगेगा शपथ ग्रहण से पहले बड़ा झटका! इस मामले में जज सुनाएंगे सजा

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए शपथ ग्रहण से पहले मुश्किलें बढ़ गई हैं। ‘हश मनी’ केस में उन्हें 10 जनवरी को सजा सुनाई जाएगी। जज जुआन मर्चन ने संकेत दिए हैं कि ट्रंप को जेल नहीं होगी, लेकिन यह फैसला उनके शपथ ग्रहण से 10 दिन पहले आने वाला है।

Vikrant Shekhawat : Jan 04, 2025, 08:09 AM

Donald Trump News: डोनाल्ड ट्रंप, जो 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं, एक बड़े कानूनी संकट का सामना कर रहे हैं। उनके खिलाफ चल रहे ‘हश मनी’ केस में जज जुआन मर्चन ने 10 जनवरी को सजा सुनाने की घोषणा की है। यह मामला पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसे देकर चुप कराने से जुड़ा है, और फैसला ट्रंप के शपथ ग्रहण से महज 10 दिन पहले आ सकता है। हालांकि, जज ने यह भी संकेत दिए हैं कि ट्रंप को जेल नहीं होगी।

ट्रंप की दलीलों को जज ने खारिज किया

शुक्रवार को जज जुआन मर्चन ने ट्रंप के वकीलों की उन दलीलों को खारिज कर दिया, जिसमें सजा को रद्द करने की मांग की गई थी। ट्रंप के वकीलों का कहना था कि शपथ ग्रहण के कारण उन्हें सजा से छूट मिलनी चाहिए। लेकिन जज ने साफ कर दिया कि ट्रंप को ‘कंडीशनल डिस्चार्ज’ मिलेगी। इसका मतलब है कि अगर ट्रंप भविष्य में कोई और अपराध नहीं करते हैं, तो यह मामला रद्द हो सकता है। फिर भी, यह फैसला ट्रंप के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि इससे उनकी छवि पर गहरा असर पड़ सकता है।

क्या है 'हश मनी' का पूरा मामला?

इस विवाद की जड़ 2016 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान की है। उस समय ट्रंप के वकील माइकल कोहेन ने पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को चुप रहने के लिए एक बड़ी रकम दी थी। डेनियल्स का दावा था कि उन्होंने ट्रंप के साथ शारीरिक संबंध बनाए थे, जिसे छिपाने के लिए यह भुगतान किया गया। हालांकि, ट्रंप ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि यह भुगतान उनकी शादी और परिवार की इज्जत बचाने के लिए किया गया था, न कि चुनावी फायदे के लिए।

अमेरिका के पहले सजायाफ्ता राष्ट्रपति बनने का खतरा

यदि 10 जनवरी को ट्रंप को सजा मिलती है, तो वह अमेरिकी इतिहास में पहले ऐसे राष्ट्रपति होंगे, जिन्हें किसी आपराधिक मामले में दोषी ठहराया गया है। यह उनके राजनीतिक करियर के लिए एक बड़ा धक्का साबित हो सकता है। हालांकि, ट्रंप के पास सजा के बाद भी अपील करने का विकल्प रहेगा।

राजनीतिक प्रभाव और ट्रंप का भविष्य

इस मामले का ट्रंप की लोकप्रियता और उनके राजनीतिक भविष्य पर गहरा असर पड़ सकता है। 2024 के चुनावों की तैयारी कर रहे ट्रंप पहले ही कई कानूनी विवादों में घिरे हुए हैं। हश मनी केस में दोषी ठहराए जाने के बाद उनकी पार्टी के अंदर और बाहर दोनों ही जगह समर्थन कमजोर हो सकता है। हालांकि, ट्रंप के समर्थकों का एक बड़ा तबका उन्हें अब भी एक सशक्त नेता मानता है, और उनकी हर कानूनी परेशानी को राजनीतिक साजिश करार देता है।

जज मर्चन का रुख और न्याय की प्रक्रिया

जज जुआन मर्चन ने साफ कर दिया है कि न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा सुनाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि केवल इस मामले को खत्म करके ही न्याय हो सकता है। यह बयान दर्शाता है कि अदालत राजनीति से परे रहते हुए अपने कर्तव्य का पालन कर रही है। ट्रंप के वकीलों ने इस मामले में जितनी भी कोशिशें कीं, वे अभी तक बेकार साबित हुई हैं।

क्या ट्रंप जेल जाएंगे?

हालांकि जज मर्चन ने कहा है कि ट्रंप को जेल नहीं होगी, लेकिन उनकी सजा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्हें ‘कंडीशनल डिस्चार्ज’ मिलने की संभावना है, जिसका मतलब है कि उन्हें जेल जाने से बचने के लिए कुछ शर्तों का पालन करना होगा। फिर भी, यह मामला ट्रंप की राजनीतिक छवि को काफी नुकसान पहुंचा सकता है।

आगे की राह

10 जनवरी को आने वाले फैसले के बाद ट्रंप के पास अपील का विकल्प रहेगा। लेकिन इस मामले ने उनकी प्रतिष्ठा पर गहरा असर डाला है। अगर वह राष्ट्रपति पद की शपथ लेते हैं, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि उनका प्रशासन इन कानूनी विवादों से कैसे निपटता है।

निष्कर्ष

डोनाल्ड ट्रंप के लिए शपथ ग्रहण से पहले का समय बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। हश मनी केस में आने वाला फैसला उनके राजनीतिक भविष्य को प्रभावित कर सकता है। अगर उन्हें सजा मिलती है, तो वे अमेरिकी इतिहास में पहले सजायाफ्ता राष्ट्रपति बन जाएंगे। यह मामला यह भी दर्शाता है कि अमेरिका में कानून सभी के लिए समान है, चाहे वह देश का राष्ट्रपति ही क्यों न हो।