PM Modi America Tour / ट्रंप की होगी मोदी से मुलाकात, क्या Tesla के भारत आने का रास्ता होगा साफ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर हैं, जहां उनकी मुलाकात राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होगी। इस बीच, टेस्ला के भारत आने को लेकर अटकलें तेज़ हैं। एलन मस्क, जो अब ट्रंप प्रशासन में अहम भूमिका निभा रहे हैं, आयात कर को प्रमुख बाधा मानते हैं। यह मुलाकात निवेश के नए रास्ते खोल सकती है।

Vikrant Shekhawat : Feb 13, 2025, 06:00 AM

PM Modi America Tour: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं, जहां उनकी मुलाकात राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से तय है। इस यात्रा के दौरान टेस्ला के भारत में प्रवेश को लेकर चर्चाएं तेज़ हो गई हैं। खासकर इसलिए, क्योंकि ट्रंप प्रशासन में एलन मस्क को भी एक महत्वपूर्ण भूमिका मिली है।

व्यापारिक संबंधों पर प्रभाव

डोनाल्ड ट्रंप भारत से होने वाले आयात पर ऊंचे टैक्स लगाने के पक्ष में रहे हैं, जबकि एलन मस्क भी भारत में व्यापार को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर कर चुके हैं। उनका मानना है कि ऊंची आयात शुल्क दरें टेस्ला के भारत में प्रवेश में बाधा डाल रही हैं। ऐसे में पीएम मोदी और ट्रंप के बीच संभावित बातचीत से इस मुद्दे पर अहम फैसले हो सकते हैं।

क्या टेस्ला भारत में कदम रखेगी?

पिछले साल भारत सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहन (EV) नीति में कई बदलाव किए थे। दूरसंचार नियामक ट्राई ने भी संकेत दिए हैं कि नई टेलीकॉम और सैटेलाइट कंपनियों के लिए भारत में निवेश के अवसर बढ़ रहे हैं। इसके चलते कयास लगाए जा रहे हैं कि टेस्ला और स्टारलिंक को भारत में व्यापार करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।

एलन मस्क लंबे समय से भारतीय बाजार में प्रवेश की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनका सबसे बड़ा मुद्दा हाई टैरिफ है। अब जब वह ट्रंप प्रशासन का हिस्सा हैं, तो उनके पास भारत सरकार के साथ सौदेबाजी करने का बेहतर मौका है।

निवेश को लेकर नए संकेत

मार्च में एलन मस्क की पीएम मोदी से मुलाकात की योजना थी, जो अंतिम समय में टल गई थी। हालांकि, भारत सरकार ने EV आयात शुल्क को 70-100% से घटाकर 15% कर दिया है। लेकिन यह छूट तभी लागू होगी जब विदेशी कंपनियां भारत में निवेश का आश्वासन देंगी।

मस्क का बढ़ता प्रभाव

डोनाल्ड ट्रंप की नई सरकार में एलन मस्क की भूमिका और भी अहम हो गई है। उन्हें 'डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी' (DOGE) का प्रमुख बनाया गया है, जो सरकारी खर्च में कटौती और प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने का काम करेगा।

मोदी-ट्रंप मुलाकात के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि टेस्ला और स्टारलिंक भारत में निवेश की दिशा में कितनी तेजी से आगे बढ़ते हैं।