Vikrant Shekhawat : Apr 28, 2022, 03:47 PM
जम्मू के सिदड़ा में संदिग्ध आईईडी बरामद की गई है। बताया जा रहा है कि सिदड़ा में जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर संदिग्ध आईईडी मिली है। इसके बाद पुलिस ने यातायात को फिलहाल रोक दिया। मौके पर पुलिस बल तैनात है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने यह जानकारी दी है।
जम्मू कश्मीर पुलिस के बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। वहीं, पुलिस के बम निरोधक दस्ते ने आईईडी को नष्ट कर दिया है। पुलिस इस मामले की जांच की कर रही है। ऐसे में कहा जा सकता है कि सुरक्षाबलों की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू दौरे से दो दिन पहले 22 अप्रैल को जम्मू के सुंजवां में आतंकी हमला हुआ था। इसमें सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को मार गिराया था। इससे पहले आतंकियों के हमले में सीआईएसएफ का एक एएसआई एसपी पटेल शहीद हो गया था, जबकि सीआईएसएफ व पुलिस के 10 जवान घायल हो गए।
मारे गए आतंकियों से फिदायीन जैकेट मिले हैं। साथ ही तीन एके 47 राइफल, अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर, सेटेलाइट फोन और ग्रेनेड भी मिले हैं। खाने-पीने की सामग्री, ड्राई फ्रूट्स व एनर्जी ड्रिंक भी बरामद हुए हैं। एडीजीपी मुकेश सिंह का कहना है कि दो आतंकियों को मार गिराने के साथ ही फिदायीन हमले को नाकाम किया गया है। इस मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी अब जांच कर रही है।
इससे पहले 16 अप्रैल को राजोरी में सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की आतंकी साजिश को नाकाम किया था। सुरक्षाबलों ने संयुक्त अभियान चलाकर गुरदान रोड पर लगाई गई आईईडी इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस को बरामद किया। फिर उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाकर नष्ट कर दिया गया। पुलिस को गुरदान रोड पर गुरदान चावा गांव में कुछ संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिली थी। इसके बाद पूरे इलाके में संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया। ऑपरेशन के दौरान सड़क के किनारे संदिग्ध वस्तु पड़ी मिली जो जांच के दौरान आईईडी निकली। बम दस्ते ने बाद में एसओपी के अनुसार उसे अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद सुरक्षित स्थान पर नष्ट कर दिया। इस मामले की जांच की जा रही है।
जम्मू कश्मीर पुलिस के बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। वहीं, पुलिस के बम निरोधक दस्ते ने आईईडी को नष्ट कर दिया है। पुलिस इस मामले की जांच की कर रही है। ऐसे में कहा जा सकता है कि सुरक्षाबलों की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू दौरे से दो दिन पहले 22 अप्रैल को जम्मू के सुंजवां में आतंकी हमला हुआ था। इसमें सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को मार गिराया था। इससे पहले आतंकियों के हमले में सीआईएसएफ का एक एएसआई एसपी पटेल शहीद हो गया था, जबकि सीआईएसएफ व पुलिस के 10 जवान घायल हो गए।
मारे गए आतंकियों से फिदायीन जैकेट मिले हैं। साथ ही तीन एके 47 राइफल, अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर, सेटेलाइट फोन और ग्रेनेड भी मिले हैं। खाने-पीने की सामग्री, ड्राई फ्रूट्स व एनर्जी ड्रिंक भी बरामद हुए हैं। एडीजीपी मुकेश सिंह का कहना है कि दो आतंकियों को मार गिराने के साथ ही फिदायीन हमले को नाकाम किया गया है। इस मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी अब जांच कर रही है।
इससे पहले 16 अप्रैल को राजोरी में सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की आतंकी साजिश को नाकाम किया था। सुरक्षाबलों ने संयुक्त अभियान चलाकर गुरदान रोड पर लगाई गई आईईडी इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस को बरामद किया। फिर उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाकर नष्ट कर दिया गया। पुलिस को गुरदान रोड पर गुरदान चावा गांव में कुछ संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिली थी। इसके बाद पूरे इलाके में संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया। ऑपरेशन के दौरान सड़क के किनारे संदिग्ध वस्तु पड़ी मिली जो जांच के दौरान आईईडी निकली। बम दस्ते ने बाद में एसओपी के अनुसार उसे अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद सुरक्षित स्थान पर नष्ट कर दिया। इस मामले की जांच की जा रही है।