Vikrant Shekhawat : Apr 02, 2021, 12:27 PM
चेन्नई : तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय एम करुणानिधि के पोते और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन विवादित बयान दिया है। उदयनिधि का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दबाव और प्रताड़ना के चलते केंद्रीय मंत्रियों सुषमा स्वराज एवं अरुण जेटली की मौत हो गई है। उदयनिधि पीएम मोदी के आरोपों का जवाब दे रहे थे। पीएम मोदी का आरोप है कि वह पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर नेता बने हैं। डीएमके नेता ने अपने भाषण में कहा कि लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, वेंकैया नायडू जैसे भाजपा नेता पीएम मोदी के चलते हाशिए पर चले गए। बांसुरी स्वराज ने उदयनिधि को दिया जवाबवहीं, डीएमके नेता के आरोप का सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज ने जवाब दिया है। बांसुरी ने अपने ट्वीट में कहा है कि 'उदयस्टालिन जी अपने चुनावी फायदे के लिए मेरी माता के नाम का इस्तेमाल मत करिए। आपके बयान गलत हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने मेरी माता को सर्वश्रेष्ठ सम्मान एवं आदर दिया। हमारी संकट की घड़ी में प्रधानमंत्री और पार्टी एक मजबूत पत्थर की तरह हमारे साथ खड़ी रही। आपके बयान ने हमें दुख पहुंचाया है।'पीएम मोदी पर निशाना साध रहे डीएमके नेताअपनी चुनावी रैलियों में उदयनिधि स्टालिन लगातार पीएम मोदी पर हमला बोल रहे हैं। बुधवार को अविनासी निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव प्रचार करते हुए डीएमके नेता ने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी अथवा एलके आडवाणी जैसे भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की तरह वह प्रधानमंत्री के आगे कभी नहीं झुकेंगे। उदयनिधि ने इस दौरान पीएम से कई सवाल पूछे। गत मंगलवार को पीएम मोदी ने डीएमके नेता को 'क्राउन प्रिंस' बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह डीएमके के कई नेताओं को दरकिनार कर चुनाव में उम्मीदवार बने हैं। इसके जवाब में डीएमके नेता ने कहा कि पीएम बनने के लिए नरेंद्र मोदी ने पार्टी के कई नेताओं को हाशिए पर धकेला। गुरुवार को शाह ने यूपीए पर बोला हमलागुरुवार को भाजपा नेता एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य में एनडीए गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार किया। एक रोड शो के दौरान गृह मंत्री शाह ने द्रमुक को महिला विरोधी करार दिया। उन्होंने महिलाओं को छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव में डीएमके गठबंधन को सबक सिखाने को कहा। शाह ने कहा कि यह चुनाव विकास की राह पर चल रहे राजग व भ्रष्टाचार और वंशवाद वाले संप्रग के बीच है। तमिलनाडु में एक चरण में छह अप्रैल को वोटिंग है।