Vikrant Shekhawat : Jul 27, 2021, 06:37 AM
ब्रिटेन की अदालत ने भगोड़े कारोबारी विजय माल्या (Vijay Mallya) को दिवालिया (Bankrupt) घोषित कर दिया है। अब इससे भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) के कंसोर्टियम को विजय माल्या को दिए गए कर्ज की वसूली करने में मदद मिलेगी। माल्या की संपत्ति को जब्त किया जा सकेगा। विजय माल्या भारत के कई बैंकों से हजारों करोड़ों का कर्ज लेकर कुछ सालों पहले ब्रिटेन फरार हो गया था। तब से भारत सरकार और केंद्रीय जांच एजेंसियां उसे ब्रिटेन से वापस भारत लाने की पूरी कोशिश कर रही हैं। ब्रिटेन की कोर्ट से कई बार माल्या को झटका लग चुका है।
केंद्रीय एजेंसियां समय-समय पर विजय माल्या से जुड़ी हुईं संपत्तियां जब्त करती रही हैं। पिछले साल दिसंबर महीने में मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत प्रवर्तन निदेशालय ने फ्रांस में 14 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। इसके अलावा, हाल ही में ईडी ने विजय माल्या की जब्त की गईं संपत्तियों की नीलामी की थी, जिससे एसबीआई के नेतृत्व वाले विभिन्न बैंकों को 5800 करोड़ रुपये से अधिक मिले थे।बता दें कि ब्रिटेन भाग गए माल्या की भारत में अब बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस के संचालन से जुड़ी कथित 9,000 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा जांच की जा रही है।वहीं, खुद को बचाने के लिए कई बार विजय माल्या सेटलमेंट पैकेज का दांव चल चुका है। पिछले साल माल्या ने दावा किया था कि वह बैंकों को 13,960 करोड़ रुपये देने के लिए तैयार है। उसका कुल कर्ज 9 हजार करोड़ रुपये का था, लेकिन चूंकि मूल राशि पर ब्याज भी लगाया गया था तो यह राशि बढ़कर काफी अधिक हो गई है। बैंकों के कंसोर्टियम ने माल्या के इसी तरह के ऑफर को ठुकरा भी दिया था।
केंद्रीय एजेंसियां समय-समय पर विजय माल्या से जुड़ी हुईं संपत्तियां जब्त करती रही हैं। पिछले साल दिसंबर महीने में मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत प्रवर्तन निदेशालय ने फ्रांस में 14 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। इसके अलावा, हाल ही में ईडी ने विजय माल्या की जब्त की गईं संपत्तियों की नीलामी की थी, जिससे एसबीआई के नेतृत्व वाले विभिन्न बैंकों को 5800 करोड़ रुपये से अधिक मिले थे।बता दें कि ब्रिटेन भाग गए माल्या की भारत में अब बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस के संचालन से जुड़ी कथित 9,000 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा जांच की जा रही है।वहीं, खुद को बचाने के लिए कई बार विजय माल्या सेटलमेंट पैकेज का दांव चल चुका है। पिछले साल माल्या ने दावा किया था कि वह बैंकों को 13,960 करोड़ रुपये देने के लिए तैयार है। उसका कुल कर्ज 9 हजार करोड़ रुपये का था, लेकिन चूंकि मूल राशि पर ब्याज भी लगाया गया था तो यह राशि बढ़कर काफी अधिक हो गई है। बैंकों के कंसोर्टियम ने माल्या के इसी तरह के ऑफर को ठुकरा भी दिया था।