Live Hindustan : Oct 01, 2019, 11:33 AM
पटना. अंकल प्लीज! पानी दे दीजिए... 36 घंटे से पानी नहीं पीये हैं। नल से गंदा पानी आ रहा है। मोटर जल चुका है। फ्रिज और आरओ में जो थोड़ा पानी था, वह सब खत्म हो गया है। पानी की तड़प क्या होती यह अभी एसके पुरी इलाके के तमाम घरों में दिख रही है।इलाके में घरों के बाहर कमरभर पानी है। घरों की छत, बालकनी, खिड़की आदि से लोग बचाव दल से सिर्फ पानी मांग रहे थे। चारों तरफ पानी से घिरे लोग थोड़ी सी सुगबुगाहट होते से ही छत पर पहुंच रहे हैं। लोग सिर्फ और सिर्फ साफ पानी देने की गुहार लगा रहे हैं। हालांकि एनडीआरएफ की टीम लोगों तक पानी पहुंचा रही है। लोग छतों पर या ऊपरी मंजिल पर समय बिता रहे हैं। बोरिंग रोड पुलिस चौकी से एसके पुरी और चिल्ड्रेन पार्क होते बोरिंग केनाल रोड को जोड़ती सड़क में तीन फुट तक पानी है। वहीं एसके पुरी के अंदर वाले इलाके में तो चार से पांच फुट पानी जमा है।चार दिन से पानी से घिरे विकास कुमार ने बताया कि पिछले 50 घंटों से पानी भरा हुआ है। बारिश हो रही थी तो लगता था बारिश के कारण पानी निकल नहीं रहा है, लेकिन सोमवार को भी पानी बिलकुल ही नहीं निकला है। बसावन पार्क के पास पेड़ गिरने से रास्ता भी एक तरफ बंद हो चुका है। राहत शिविर में पहुंच रहे लोग नगर निगम ने पाटलिपुत्र अंचल के बोरिंग रोड पुलिस चेक पोस्ट के पास राहत शिविर बनाया है। यहां से एसके पुरी इलाके के घरों में पानी और दूध पहुंचाया जा रहा है। यह काम एनडीआरएफ की मदद से की जा रही है। वहीं पटेल नगर, पाटलिपुत्र इलाके, इंद्रपुरी, शिवपुरी आदि इलाके के लोग दूध आदि लेने वहां पर पहुंच रहे हैं। नगर निगम के विपिन कुमर ने बताया कि पूरे इलाके में राहत कार्य चलाया जा रहा है। यहां पर एंबुलेंस भी रखी गई है। रेलवे स्टेशन और पटना एयरपोर्ट जाने वाले लोगों को पानी वाले इलाके से निकाला गया।