NEET-JEE Exams / कोरोना संक्रमण के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एसओपी, पढ़ें पूरी जानकारी

भारत में चल रही परीक्षाओं को लेकर खासकर NEET और JEE के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए परीक्षा आयोजित करते समय निवारक उपायों पर एसओपी जारी की है। सामान्य उपायों में कोविड-19 के जोखिम को कम करने के लिए सरल सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को शामिल किया जाना है। इन उपायों को सभी स्टाफ, छात्रों और माता-पिता को पालन करना है।

ABP News : Sep 03, 2020, 06:41 AM
नई दिल्ली: भारत में चल रही परीक्षाओं को लेकर खासकर NEET और JEE के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए परीक्षा आयोजित करते समय निवारक उपायों पर एसओपी जारी की है। सामान्य उपायों में कोविड-19 के जोखिम को कम करने के लिए सरल सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को शामिल किया जाना है। इन उपायों को सभी स्टाफ, छात्रों और माता-पिता को पालन करना है।

एसओपी के मुख्य बिंदू

6 फीट की उचित दूरी बनाए रखें।

हमेशा मुंह ढका रहे, मास्क का उपयोग अनिवार्य है।

साबुन से हाथ धोते रहें या अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।

खांसते या छींकते वक़्त मुंह को रुमाल से या कोहनी से ढक लें। इस्तेमाल किए गए टिश्यू पेपर डस्टबिन में डालें।

थूकना सख्त मना है।

आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल।

केवल वे परीक्षा केंद्र जो कि कंटेनमेंट क्षेत्र से बाहर हैं, सिर्फ उनमें अनुमति दी जाए।  कंटेनमेंट जोन से स्टाफ/परीक्षार्थियों को अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसे परीक्षार्थियों को अन्य माध्यमों से परीक्षा देने का अवसर दिया जाएगा या विश्वविद्यालय/शैक्षणिक संस्थान ऐसे छात्रों के लिए बाद की तारीख में परीक्षा लेने की व्यवस्था करेंगे।

विश्वविद्यालयों, शैक्षिक संस्थानों, परीक्षा के आयोजन अधिकारियों और परीक्षा केंद्रों पर किसी भी दिन भीड़भाड़ से बचने के लिए परीक्षा कार्यक्रम को योजनाबद्ध तरीके से निर्धारित करना होगा।

सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए संस्थानों के पास पर्याप्त जगह होनी चाहिए। परीक्षा के लिए बैठने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने की क्षमता।

व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए उपयुक्त व्यवस्था जैसे फेस कवर,  मास्क, हैंड सैनिटाइजर, साबुन, सोडियम हाइपोक्लोराइट घोल इत्यादि को विश्वविद्यालय, शैक्षिक संस्थानों, परीक्षा के संचालन अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ-साथ छात्रों को आवश्यकताओं के अनुसार उपलब्ध कराएं।

छात्रों को पूर्व सूचना भी दी जानी चाहिए कि उन्हें क्या करना चाहिए और क्या साथ रख या ले जा सकते है। जैसे  परीक्षा से संबंधित दस्तावेज जैसे एडमिट कार्ड, आईडी कार्ड आदि, फेस मास्क, पानी की बोतल,हैंड सैनिटाइजर आदि।

सोशल डिस्टेंसिंग और अनुशासन बनाए रखने के लिए संस्थान द्वारा मैनपॉवर तैनात की जाए। परीक्षा के संचालन के दौरान हर समय उचित दूरी और अन्य निवारक उपायों का पालन सुनिश्चित करना होगा।

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और रजिस्ट्रेशन के लिए अलग से रूम की व्यवस्था की जाए। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए इनका वेरिफिकेशन हो।

परीक्षा केंद्र में किसी भी ऐसे व्यक्ति को अलग करने के लिए एक आइसोलेशन रूम होना चाहिए, जो स्क्रीनिंग के समय या परीक्षा के दौरान रोगग्रस्त पाया जाता है, जब तक कि इस तरह की चिकित्सीय सलाह नहीं ली जा सकती है।

यदि एजुकेशनल इंस्टीट्यूट द्वारा परीक्षा के संबंध में कोई ट्रांसपोर्टेशन दिया जाता है तो ऐसे में बस या ट्रांसपोर्टेशन में इस्तेमाल होने वाली गाड़ी सैनिटाइज होनी चाहिए।

प्रवेश और परीक्षा केंद्र को लेकर एसओपी

प्रवेश के लिए अनिवार्य हाथ स्वच्छता और थर्मल स्क्रीनिंग का प्रावधान हैं। यदि कोई भी परीक्षा अधिकारी, परीक्षार्थी सेल्फ डिक्लेरेशन के मानदंडों को पूरा करने में विफल रहता है, तो उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

परीक्षा हॉल के अंदर केवल बिना लक्षण वाले कर्मचारियों और छात्रों को अनुमति दी जाएगी। सभी कर्मचारियों और छात्रों को केवल फेस कवर/मास्क का उपयोग करने की अनुमति दी जाएगी। परीक्षा केंद्र के अंदर हर समय पर कवर/मास्क पहनना होगा।

भीड़भाड़ से बचने के सुनिश्चित किया जाए कि छात्रों और कर्मचारियों के लिए पर्याप्त प्रवेश और निकास द्वार हो। न्यूनतम 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखना, जब प्रवेश के लिए कतार लगाना हो और केंद्र के अंदर जहां तक संभव हो।

पर्याप्त दूरी के साथ विशिष्ट चिह्न बनाए जा सकते हैं और परिसर में सामाजिक दूरी सुनिश्चित करना होगा।

परीक्षा केंद्र में बैग/किताबें/मोबाइल नहीं ले जाना चाहिए। परीक्षा खत्म होने पर सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए निकलना होगा।

यदि आवश्यक हो तो थर्मल स्क्रीनिंग के बाद परीक्षार्थियों की फ्रिस्किंग की जाएगी। फ्रिस्किंग में शामिल कार्मिक दस्ताने के अलावा ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क पहनेंगे। ऐसे कर्मियों द्वारा हर बार अपने दस्ताने बदलने पर उचित हाथ स्वच्छता बनाए रखी जाएगी।

अगर किसी परीक्षार्थी में कोविड-19 के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे नज़दीक के अस्पताल में भेजा जाएगा और या तो वहां से परीक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी या फिर उसकी परीक्षा उसके ठीक हो जाने पर आगे की किसी डेट में ली जाएगी।

परीक्षा केंद्र के भीतर मूवमेंट और बैठने की व्यवस्था

लिफ्ट में लोगों की संख्या को प्रतिबंधित किया जाएगा, जो शारीरिक रूप से दूर करने के मानदंडों को बनाए रखेगा।

व्हीलचेयर है तो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए और इन्हें सेनिटाइज किया जाना चाहिए नियमित तौर पर।

सुरक्षित पेयजल के लिए पर्याप्त व्यवस्था (डिस्पोजेबल कप / ग्लास के साथ) परीक्षा हॉल में की जानी चाहिए।

परीक्षा हॉल में बैठने की व्यवस्था इस तरह से की जाए कि पर्याप्त सामाजिक दूरी बनी रहे। पेन और पेपर आधारित परीक्षणों के लिए, इनविजिलेटर वितरण से पहले अपने हाथों को साफ करेंगे।

प्रश्न पत्र/उत्तर पुस्तिकाएं परीक्षार्थी भी इस तरह के कागजात प्राप्त करने से पहले अपने हाथों को साफ करेंगे और उन्हें वापस पर्यवेक्षकों को सौंप देंगे।

व्यक्तिगत सामान/स्टेशनरी साझा करने की अनुमति नहीं होगी।

ऑनलाइन / कंप्यूटर आधारित परीक्षा के लिए, सिस्टम अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर से साफ किया जाएगा, परीक्षा से पहले और बाद में पोछें।

भविष्य में संदर्भ और ट्रेसबिलिटी के लिए सभी परीक्षा अधिकारियों/परीक्षार्थियों का रिकॉर्ड सिस्टम में रखा जाएगा।

स्वच्छता और हाइजीन

परीक्षा हॉल और अन्य सामान्य क्षेत्रों में परीक्षा से पहले और बाद में हर बार स्वच्छता की जाएगी। परिसर के भीतर प्रभावी और लगातार स्वच्छता को लैवेटरी, पीने और हाथ धोने के स्टेशनों / क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

सफाई और नियमित रूप से सेनितिजेशन (1% सोडियम हाइपोक्लोराइट का उपयोग करके) सभी परीक्षा हॉल और अन्य कॉमन एरिया में अनिवार्य रूप से छुआ सतहों जैसे दरवाजा नॉब्स, एलिवेटर बटन, हाथ की रेल, बेंच, वॉशरूम फिक्सचर को सेनीटाइज करना अनिवार्य होगा।

छात्रों और कर्मचारियों को सलाह दी जानी चाहिए कि वे केंद्र में उपलब्ध कवर किए गए डिब्बे में इस्तेमाल किए गए फेस कवर/मास्क डाले। इस प्रकार उत्पन्न कचरे का निपटान उसके अनुसार किया जा सकता है।