AajTak : Dec 08, 2019, 10:35 AM
नई दिल्ली | देश में एक के बाद एक हो रही गैंगरेप की घटनाओं ने पूरे देश को गुस्से से भर दिया है। हैदराबाद में महिला डॉक्टर से दरिंदगी के बाद यूपी के उन्नाव में गैंगरेप पीड़ित की मौत पर राजधानी दिल्ली में युवतियों और महिलाओं का सरकार के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा। उन्नाव से लेकर दिल्ली तक में महिलाओं ने रेप की बढ़ती घटनाओं के लेकर कैंडल मार्च निकाला जिसमें भारी भीड़ उमड़ी।दिल्ली में उन्नाव गैंगरेप के विरोध में उमड़ी भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया तो प्रदर्शनकारी महिलाओं का गुस्सा और बढ़ गया और वो बैंरिकेंडिंग पर चढ़ गईं।दिसंबर के इस ठंड भरे दिन में महिलाओं पर वाटर कैनन के इस्तेमाल के बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों में भिड़ंत हो गई जिसमें कुछ लड़कियां बेहोश भी हों गई वहीं कुछ प्रदर्शनकारी महिलाओं को चोटें भी आई हैं।उन्नाव में पीड़िता को गैंगरेप के बाद जिंदा जलाने को लेकर इंडिया गेट पर प्रदर्शन कर रही तीन लड़कियां बेहोश हो गईं जिन्हें वहां से ले जाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।इंडिया गेट पर महिलाओं के प्रदर्शन को कई संगठनों ने समर्थन दिया है और वहां बढ़ती भीड़ को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है।गौरतलब है कि उन्नाव गैंगरेप मामले में गुरुवार को जिंदा जलाए जाने के बाद दुष्कर्म पीड़िता को गंभीर हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था। वह 90 प्रतिशत तक जल चुकी थी।अस्पताल के बर्न और प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ़ शलभ कुमार ने बताया, "हमारे पूरे प्रयासों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। शाम में उसकी हालत खराब होने लगी। शुक्रवार रात 11 बजकर 10 मिनट पर उसे दिल का दौरा पड़ा और बचाने की कोशिशों के बीच रात 11 बजकर 40 मिनट पर उसकी मौत हो गई।"अस्पताल सूत्रों ने बताया कि पीड़िता के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल के फोरेंसिक विभाग को सौंप दिया गया है। इसके बाद उसका शव उसके परिवार को सौंप दिया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को सौंपी जाएगी।उन्नाव गैंगरेप केस में पीड़िता की मौत के बाद यूपी की राजनीति गरमा गई है। इस मुद्दे को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव विधानसभा के सामने धरने पर बैठे गए जबकि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर उन्नाव जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की।"मुझे बचाओ, मैं मरना नहीं चाहती, मैं उन्हें फांसी पर लटकते देखना चाहती हूं"। उन्नाव जिले की 23 वर्षीय दुष्कर्म पीड़िता के ये आखिरी शब्द थे। पीड़िता ने शुक्रवार देर रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ने से पहले अपने परिवार के सदस्यों और डॉक्टरों के सामने ये शब्द कहे। पीड़िता हार्ट अटैक से बच नहीं सकी और उसे रात 11:40 बजे मृत घोषित कर दिया गया।दुष्कर्म के आरोपियों सहित पांच लोगों द्वारा कथित रूप से जलाए जाने के बाद पीड़िता को एयर एंबुलेंस के जरिए लखनऊ से दिल्ली लाकर सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह 90 फीसदी जल चुकी थी।पीड़िता की मौत के बारे में पता चलने के बाद दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा, "मैं केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकारों से अपील करती हूं कि इस मामले में दुष्कर्म करने वालों को एक महीने के अंदर फांसी दी जानी चाहिए।"