Live Hindustan : Nov 13, 2019, 07:31 AM
जबलपुर | अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद जबलपुर शहर की 81 वर्षीया महिला 27 साल बाद अन्न ग्रहण करेंगी। इन वर्षों में वह केवल दूध और फलाहार के सहारे थीं। राम जन्मभूमि विवाद का समाधान होने तक महिला ने अन्न ग्रहण नहीं करने का संकल्प लिया था।महिला के परिवार के एक सदस्य ने कहा कि अयोध्या मामले पर शनिवार को शीर्ष अदालत का फैसला आने के बाद अयोध्या में राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो गया है। अब, उनका उपवास तोड़ने के लिए जल्द ही एक उद्यापन (व्रत आदि की समाप्ति पर किया जानेवाला धार्मिक कर्म) किया जाएगा। उपवास कर रही महिला उर्मिला चतुर्वेदी के बेटे विवेक चतुर्वेदी ने रविवार को दावा किया कि मेरी मां पिछले 27 साल से फलाहार और दूध के आहार पर थीं। अयोध्या मामले में शीर्ष अदालत के फैसले को सुनकर वह बहुत खुश हैं।विवेक ने कहा, मेरी मां भगवान राम की अनन्य भक्त हैं और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए समाधान का इंतजार कर रही थीं। वह अयोध्या में छह दिसंबर, 1992 की घटना के बाद शुरू हुई हिंसा को लेकर काफी परेशान थीं। इन बुजुर्ग महिला की तस्वीर जमकर लोग सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं और उन्हें इस काम के लिए धन्य मान रहे हैं-
She is 87 Yrs Old Urmila Chaturvedi who is Fasting eating fruits for one time in a day since last 27 Yrs on Sankalp for #RamMandir.
— Anil Biswal (@BiswalAnil) November 12, 2019
Those who were shouting "Ram Mandir banjayega to my hoga", they should know this, how Ram is in our heart for generation to generation. pic.twitter.com/hY03ApJCig