Vikrant Shekhawat : Aug 20, 2021, 03:33 PM
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश में कोविड की बेहतर होती स्थिति के दृष्टिगत रविवार की प्रदेशव्यापी साप्ताहिक बंदी की व्यवस्था को समाप्त करने के आदेश दिए हैं। यूपी में रविवार से अब सभी बाजार खुल जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है। इइसके अलावा, सीएम योगी ने कोरोना प्रोटोकाल का सख्ती से पालन कराने के निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। ■कोविड पर नियंत्रण के लिए एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के साथ-साथ तेज टीकाकरण की नीति को उत्तर प्रदेश ने बेहतर ढंग से क्रियान्वित किया है। प्रदेश में अब तक 07 करोड़ 01 लाख 69 हजार से अधिक कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है, तो 06 करोड़ 24 लाख से अधिक वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं। 05 करोड़ 26 लाख से अधिक प्रदेशवासियों ने कम से कम वैक्सीन की एक डोज प्राप्त कर ली है, जबकि टीके की दोनों डोज प्राप्त करने वालों की संख्या जल्द ही एक करोड़ के पार हो जाएगी। शनिवार का दिन, वैक्सीन की दूसरी डोज के लिए लोगों के लिए आरक्षित रखें।■सतत प्रयासों से कोरोना की दूसरी लहर पर बने प्रभावी नियंत्रण के साथ-साथ जनजीवन तेजी से सामान्य हो रहा है। आज प्रदेश के 15 जनपदों (अलीगढ़, अमेठी, बदायूं, बस्ती, देवरिया फर्रुखाबाद, हमीरपुर,हरदोई, हाथरस, कासगंज, महोबा, मिर्जापुर, संतकबीरनगर, श्रावस्ती और शामली) में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। औसतन हर दिन ढाई लाख से अधिक टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है और रिकवरी दर 98.6 फीसदी है। विगत 24 घंटे में हुई 02 लाख 33 हजार 350 सैम्पल की टेस्टिंग में 58 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 17 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 408 रह गई है। यह समय सतर्कता और सावधानी बरतने का है। थोड़ी सी लापरवाही संक्रमण को बढ़ाने का कारक बन सकती है।■ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। विगत 24 घंटे में हुई टेस्टिंग में 26 नए मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 23 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। प्रदेश में अब तक 16 लाख 85 हजार 877 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। इस स्थिति को और बेहतर करने के लिए ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं।