News18 : Mar 30, 2020, 01:42 PM
वॉशिंगटन। कोरोना वायरस (Coronavirus) से दुनिया भर में हाहाकर मचा है। अब तक करीब 34 हज़ार लोगों की मौत हो गई है। जबकि 7 लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं। लेकिन इस बीच अमेरिका (America) से अच्छी खबर आई है। अमेरिका के डॉक्टरों को इस वायरस से लड़ने के लिए दो अलग-अलग दवाइयां मिली हैं जिसे एक साथ मिलाकर मरीज को देने पर अच्छे नतीजे सामने आए हैं। अमेरिकी डॉक्टरों ने ये दावे एक आर्किटल में किए हैं
ये हैं वो दो दवाइयां
अमेरिकी शहर कनसास सिटी में इसको लेकर डॉक्टर जेफ कॉलेयर ने कुछ शोध किए हैं। उनके मुताबिक डाइड्रोक्लोरोक्विन (hydroxychloroquine) और एज़िथ्रोमाइसिन (azithromycin) के मिश्रण का असर मरीजों पर दिख रहा है। उन्होंने इसका ज़िक्र वॉशिंगटन पोस्ट में छपी आर्किटल में किया है। इन ड्रग्स का प्रयोग लैब और मरीज दोनों जगह किए गए हैं और दोनों जगह से अच्छे नतीजे सामने आए हैं।मरीज हो रहे हैं बेहतर
डॉक्टर ने लिखा है, 'कुछ डेटा दिखा रहे हैं कि दो ड्रग्स के इस्तेमाल से मरीज पर अच्छे असर दिख रहे हैं। मैं, जो ब्रेवर और डैन हिंथ्रॉन हम सब कई मरीजों का इन दवाइयों से इलाज कर रहे हैं और इससे उनमें इप्रूवमेंट दिख रहा है।'फ्रांस में भी दावा
इससे पहले पिछले हफ्ते फ्रांस ने दावा किया था कि उसने इस वायरस की नई दवा खोज ली है। शुरुआती परीक्षण में पता चला है कि इस दवा से 6 दिन के भीतर संक्रमण को गंभीर स्थिति में पहुंचने से रोका जा सकता है। फ्रांस के इंस्टीट्यूट हॉस्पिटलो यूनिवर्सिटी के संक्रामक बीमारियों के विशेषज्ञ रिसर्च प्रोफेसर डिडायर राओ ने दावा किया कि उन्होंने नई दवा का सफल परीक्षण कर लिया है। उन्होंने दवा के ट्रायल्स का एक वीडियो भी शेयर किया।सरकार ने दी है जिम्मेदारी
उन्हें फ्रांस की सरकार ने COVID-19 के संभावित इलाज (Treatment) पर काम करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। उन्होंने पहले संक्रमित व्यक्ति के इलाज के लिए क्लोरोक्विन (Chloroquine) की डोज दी। इससे उसकी हालत में बहुत तेजी से प्रभावी सुधार हुआ। बता दें कि इस दवा का सामान्य तौर पर मलेरिया (Malaria) के बचाव और इलाज में इस्तेमाल किया जाता है
ये हैं वो दो दवाइयां
अमेरिकी शहर कनसास सिटी में इसको लेकर डॉक्टर जेफ कॉलेयर ने कुछ शोध किए हैं। उनके मुताबिक डाइड्रोक्लोरोक्विन (hydroxychloroquine) और एज़िथ्रोमाइसिन (azithromycin) के मिश्रण का असर मरीजों पर दिख रहा है। उन्होंने इसका ज़िक्र वॉशिंगटन पोस्ट में छपी आर्किटल में किया है। इन ड्रग्स का प्रयोग लैब और मरीज दोनों जगह किए गए हैं और दोनों जगह से अच्छे नतीजे सामने आए हैं।मरीज हो रहे हैं बेहतर
डॉक्टर ने लिखा है, 'कुछ डेटा दिखा रहे हैं कि दो ड्रग्स के इस्तेमाल से मरीज पर अच्छे असर दिख रहे हैं। मैं, जो ब्रेवर और डैन हिंथ्रॉन हम सब कई मरीजों का इन दवाइयों से इलाज कर रहे हैं और इससे उनमें इप्रूवमेंट दिख रहा है।'फ्रांस में भी दावा
इससे पहले पिछले हफ्ते फ्रांस ने दावा किया था कि उसने इस वायरस की नई दवा खोज ली है। शुरुआती परीक्षण में पता चला है कि इस दवा से 6 दिन के भीतर संक्रमण को गंभीर स्थिति में पहुंचने से रोका जा सकता है। फ्रांस के इंस्टीट्यूट हॉस्पिटलो यूनिवर्सिटी के संक्रामक बीमारियों के विशेषज्ञ रिसर्च प्रोफेसर डिडायर राओ ने दावा किया कि उन्होंने नई दवा का सफल परीक्षण कर लिया है। उन्होंने दवा के ट्रायल्स का एक वीडियो भी शेयर किया।सरकार ने दी है जिम्मेदारी
उन्हें फ्रांस की सरकार ने COVID-19 के संभावित इलाज (Treatment) पर काम करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। उन्होंने पहले संक्रमित व्यक्ति के इलाज के लिए क्लोरोक्विन (Chloroquine) की डोज दी। इससे उसकी हालत में बहुत तेजी से प्रभावी सुधार हुआ। बता दें कि इस दवा का सामान्य तौर पर मलेरिया (Malaria) के बचाव और इलाज में इस्तेमाल किया जाता है