अमेरिका / 18 साल बाद अमेरिका में पहली बार सामने आया मंकीपॉक्स का मामला

अमेरिका में करीब 18 साल बाद पहली बार मंकीपॉक्स का मामला मिला है। सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल ऐंड प्रीवेंशन (सीडीसी) ने हाल में नाइजीरिया से लौटे एक अमेरिकी निवासी में मंकीपॉक्स मिलने की पुष्टि की है। सीडीसी उसके संपर्क में आए अन्य यात्रियों की ट्रेसिंग के लिए एयरलाइन व स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।

Vikrant Shekhawat : Jul 17, 2021, 03:20 PM
वाशिंगटन: अमेरिका में कोरोना वायरस का नया खतरा सामने आया है। टेक्सास में एक मरीज में ऐसी बीमारी पाई गई है कि हेल्थ विशेषज्ञ भी चिंतित हैं। मरीज के शरीर पर बड़े-बड़े फोड़े (मंकीपॉक्स वायरस) पाए गए हैं।  रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने बताया कि यह राज्य में देखा गया वायरस का पहला मामला है। दरअसल, हाल ही में एक अमेरिकी नागरिक नाइजीरिया के दौरे पर गया था। वहां से पिछले दिनों वह टेक्सास लौटा। लौटने के बाद उसे वायरल हुआ और उसे डलास स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं अस्पताल के डॉक्टर के मुताबिक, यह केस सभी के लिए दुर्लभ है पर इससे घबराने की जरूरत नहीं है। जल्द ही सुधार दिखने लगेगा।

सीडीसी के अनुसार, नाइजीरिया के अलावा, 1970 में पश्चिमी अफ्रीकी देशों में भी इस प्रकार के वायरस ने कहर बरपाया था। अफ्रीकी देशों में इस वायरल बीमारी की चपेट में बड़ी आबादी आ गई थी। वहीं 2003 में अमेरिका में इस बीमारी ने तहलका मचाया था। यहां भी लोग इस तरह की बीमारी की चपेट में आ गए थे।

दूसरे लोगों के संक्रमित होने का खतरा कम

 सीडीसी ने कहा कि मरीज के संपर्क में आने वाले यात्रियों और अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। इसके लिए हवाई अड्डों पर भी जांच की जा रही है। यह बीमारी श्वसन बूंदों के माध्यम से भी एक से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। सीडीसी ने बताया कि यात्रा के दौरान सभी मरीज मास्क लगाए हुए थे। इसलिए दूसरे लोगों के संक्रमित होने का खतरा कम है। हालांकि, इनसे जुड़े लोगों की जांच की जा रही है।