Vikrant Shekhawat : Jun 04, 2021, 07:23 AM
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच गुरुवार को फोन पर बात हुई। दोनों नेताओं के बीच वैक्सीन को लेकर चर्चा हुई है। कमला हैरिस ने प्रधानमंत्री से वैक्सीन सप्लाई का वादा किया है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि ये फोन कॉल कमला हैरिस की तरफ से ही प्रधानमंत्री मोदी को किया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर लिखा, "कुछ देर पहले कमला हैरिस से बात हुई है। मैंने दुनियाभर में वैक्सीन शेयरिंग के लिए अमेरिकी रणनीति के हिस्से के रूप में भारत को वैक्सीन की सप्लाई के आश्वासन की सराहना की। इसके अलावा अमेरिकी सरकार, कारोबारियों और प्रवासी भारतीयों से मिले समर्थन के लिए भी उनका धन्यवाद दिया।" पीएम ने ये भी लिखा कि उन्होंने वैक्सीन को लेकर भारत-अमेरिका के बीच चल रहे सहयोग को लेकर भी चर्चा की। बताया जा रहा है कि पीएम ने कमला हैरिस को भारत आने का न्योता भी दिया है। उन्होंने कहा है कि हालात सुधरने के बाद भारत आइए।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषणा की है कि जून के आखिर तक वैक्सीन के 8 करोड़ डोज सप्लाई किए जाएंगे। इनमें से शुरुआत में 2।5 करोड़ डोज सप्लाई होंगे, जिनमें से 75% यानी 1।9 करोड़ कोवैक्स के तहत दूसरे देशों में भेजे जाएंगे। जबकि, बाकी बचे 60 लाख डोज उन देशों में भेजे जाएंगे जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इनमें कनाडा, मैक्सिको, भारत और दक्षिण कोरिया को भेजे जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर लिखा, "कुछ देर पहले कमला हैरिस से बात हुई है। मैंने दुनियाभर में वैक्सीन शेयरिंग के लिए अमेरिकी रणनीति के हिस्से के रूप में भारत को वैक्सीन की सप्लाई के आश्वासन की सराहना की। इसके अलावा अमेरिकी सरकार, कारोबारियों और प्रवासी भारतीयों से मिले समर्थन के लिए भी उनका धन्यवाद दिया।" पीएम ने ये भी लिखा कि उन्होंने वैक्सीन को लेकर भारत-अमेरिका के बीच चल रहे सहयोग को लेकर भी चर्चा की। बताया जा रहा है कि पीएम ने कमला हैरिस को भारत आने का न्योता भी दिया है। उन्होंने कहा है कि हालात सुधरने के बाद भारत आइए।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषणा की है कि जून के आखिर तक वैक्सीन के 8 करोड़ डोज सप्लाई किए जाएंगे। इनमें से शुरुआत में 2।5 करोड़ डोज सप्लाई होंगे, जिनमें से 75% यानी 1।9 करोड़ कोवैक्स के तहत दूसरे देशों में भेजे जाएंगे। जबकि, बाकी बचे 60 लाख डोज उन देशों में भेजे जाएंगे जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इनमें कनाडा, मैक्सिको, भारत और दक्षिण कोरिया को भेजे जाएंगे।