Manipur Violence / फिर भड़की मणिपुर में हिंसा, 3 की मौत, BJP नेता के घर ब्लास्ट

जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर एक बार हिंसा की चपेट में आ गया है. आज यानी शुक्रवार को कुकी बहुल गांव में भड़की हिंसा के चलते तीन लोगों की मौत हो गई और एक लोग घायल हो गए. पुलिस ने अनुसार दो लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि एक कुछ घंटों में मौत हो गई. हालांकि घटनास्थल पर अभी पुलिस नहीं पहुंची है. पुलिस के पहुंचने पर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा. वहीं बीते गुरूवार को बीजेपी विधायक के घर आईईडी ब्लास्ट की खबर

Vikrant Shekhawat : Jun 09, 2023, 07:22 PM
Manipur Violence: जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर एक बार हिंसा की चपेट में आ गया है. आज यानी शुक्रवार को कुकी बहुल गांव में भड़की हिंसा के चलते तीन लोगों की मौत हो गई और एक लोग घायल हो गए. पुलिस ने अनुसार दो लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि एक कुछ घंटों में मौत हो गई. हालांकि घटनास्थल पर अभी पुलिस नहीं पहुंची है. पुलिस के पहुंचने पर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा. वहीं बीते गुरूवार को बीजेपी विधायक के घर आईईडी ब्लास्ट की खबर भी सामने आई थी, जानकारी के अनुसार दो लोगों ने बाइक पर आकर घटना को अंजाम दिया था.

इस घटना के चलते बीजेपी नेता के घर का गेट क्षतिग्रस्त हो गया है. हालांकि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है. चुराचांदपुर जिले में कुकी समूहों के समूह इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) के एक नेता ने कहा कि हमलावर जैतून के हरे रंग के कपड़े पहने हुए थे. पुलिस के अनुसार जिस गांव में घटना वो पूरी तरह से कुकी बाहुल्य है. यह गांव कांगपोक्पी और इंफाल पश्चिम जिलों की सीमा से जुड़ा हुआ है.

हिंसा में अब तक 105 लोगों की हुई मौत

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राज्य में कुकी और मैतेई के बीच हुए संघर्ष में अब तक कुल 105 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 40,000 लोग विस्थापित हो चुके है,क्योंकि 3 मई को इंफाल घाटी में प्रमुख समुदाय मेइती, आदिवासी कुकी, जो ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं, के बीच हिंसा हुई थी.

मेइती को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने पर भड़की थी हिंसा

मेइती समाज को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के बाद से ये हिंसा भड़क गई थी. हिंसा ने राज्य को तेजी से अपनी चपेट में ले लिया था. जिसके बाद अधिकारियों ने राज्य में कर्फ्यू लगा दिया और इंटरनेट बंद कर दिया था. बढ़ती झड़पों के बीच राज्य में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भेजा गया था.