Ranji Trophy 2025 / नए घर में विराट कोहली ने की रनों का अंबार लगाने वाली प्रैक्टिस

विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। रन बनाने की तलाश में उन्होंने संजय बांगर के साथ अलीबाग में कड़ी प्रैक्टिस की। 13 साल बाद रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के लिए खेलते हुए कोहली अपनी लय वापस पाने की कोशिश करेंगे।

Vikrant Shekhawat : Jan 28, 2025, 07:00 AM
Ranji Trophy 2025: भारतीय क्रिकेट के चमकते सितारे विराट कोहली पिछले कुछ सालों से टेस्ट क्रिकेट में लगातार संघर्ष कर रहे हैं। उनका बल्ला रनों की भूख को तृप्त नहीं कर पा रहा है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में जहां उनसे बड़े प्रदर्शन की उम्मीद थी, वहां उन्होंने 9 पारियों में महज 23.75 की औसत से 190 रन बनाए। पिछले 5 सालों से कोहली का टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन उनके स्तर का नहीं रहा है। ऐसे में फॉर्म वापस पाने के लिए वह अब रणजी ट्रॉफी में खेलने उतर रहे हैं।

बांगर की निगरानी में विशेष प्रैक्टिस

फॉर्म की तलाश में कोहली ने अपने पुराने गुरु और भारत के पूर्व बैटिंग कोच संजय बांगर की शरण ली है। बांगर की कोचिंग में कोहली ने 2014-2019 के दौरान शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने इस अवधि में 41 शतक लगाए और टेस्ट औसत 50 के पार बनाए रखा। बांगर के मार्गदर्शन में कोहली ने मुंबई स्थित अपने नए होलीडे होम में जमकर प्रैक्टिस की।

अलीबाग में हुए इस प्रैक्टिस सेशन में बांगर ने कोहली को 16 यार्ड की दूरी से सिमेंट की स्लैब पर थ्रोडाउन कराए। खासतौर पर बैक ऑफ लेंथ गेंदों पर ध्यान दिया गया, क्योंकि यह क्षेत्र कोहली के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है। बांगर ने कोहली को स्क्वायर क्षेत्र में रन बनाने की तकनीक पर काम कराया, ताकि उनके रनों की रेंज को बढ़ाया जा सके।

रणजी में 13 साल बाद वापसी

विराट कोहली 13 साल बाद अपनी घरेलू टीम दिल्ली के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने उतरेंगे। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में 30 जनवरी से रेलवे के खिलाफ मैच में कोहली मैदान पर उतरेंगे। इस बड़े मुकाबले से पहले कोहली ने अपनी तैयारी को अंतिम रूप दिया और अब टीम के साथ ट्रेनिंग के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

क्या फिर दिखेगा पुराना ‘किंग कोहली’?

2019 के बाद से कोहली का टेस्ट प्रदर्शन लगातार गिरावट का शिकार रहा है। 2020 से अब तक खेले गए 38 टेस्ट मैचों में कोहली ने 31.32 की औसत से केवल 2005 रन बनाए हैं, जिसमें 3 शतक और 9 अर्धशतक शामिल हैं। 2024 में उनका प्रदर्शन 24.52 की औसत तक सीमित रहा।

हालांकि, कोहली की हालिया प्रैक्टिस और बांगर की कोचिंग से क्रिकेट प्रशंसकों को उम्मीद है कि वह फिर से अपनी पुरानी लय में लौट आएंगे। उनकी मेहनत और फोकस को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि आने वाले दिनों में कोहली का वही अवतार दिख सकता है, जिसने उन्हें ‘किंग कोहली’ का खिताब दिलाया।

रणजी ट्रॉफी के अलावा, फरवरी में चैंपियंस ट्रॉफी और जून में इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज उनके लिए अपनी प्रतिष्ठा को फिर से स्थापित करने का बड़ा मौका होगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कोहली की मेहनत और बांगर की कोचिंग का असर उनके प्रदर्शन पर कितना दिखाई देता है।