Live Hindustan : Dec 11, 2019, 04:27 PM
नई दिल्ली, नागरिकता संशोधन विधेयक पर शिवसेना के सांसद संजय राउत का एक अलग तेवर देखने को मिला। उन्होंने कहा कि हम कितने कठोर हिंदू हैं, इसका प्रमाण पत्र हमें नहीं चाहिेए और आप जिस स्कूल में पढ़ते हैं, उसके हम हेडमास्टर हैं। नागरिकता संशोधन बिल 2019 पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि मैं कल से देख और सुन रहा हूं कि यह कहा गया कि जो लोग इस बिल का समर्थन नहीं करते वो देशद्रोही हैं और जो समर्थन करेंगे वो देशभक्त हैं। मैंने ये भी पढ़ा है कि जो इस बिल का समर्थन नहीं करेंगे वो पाकिस्तान की भाषा बोलेंगे। मैं कहता हूं कि यह पाकिस्तान की असेंबली तो नहीं हैं। हम इस देश के नागरिक हैं। देश की जनता ने वोट किया है। हमें पाकिस्तान की भाषा पसंद नहीं है तो हमारी इतनी मजबूत सरकार है तो पाकिस्तान को खत्म करें। पाकिस्तान को खत्म करने में हम सरकार के साथ हैं।गृह मंत्री जी, आपने 370 को हटाया, हमने समर्थऩ दिया। आज बहुत से हिस्से में नागरिकता बिल का विरोध हो रहा है, हिंसा हो रही है। जो भी विरोध कर रहे हैं, वे भी देश के नागरिक हैं, देशद्रोही नहीं। हम कितने कठोर हिंदू हैं, इसका प्रमाण नहीं चाहिए। आप जिस स्कूल में आप पढ़ते हैं, उसके हम हेडमास्टर हैं। हमारे स्कूल के हेडमास्टर बाला साहेब ठाकरे, अटल जी और श्माया प्रसाद मुखर्जी थे। मैं मानता हूं कि ये बिल धार्मिक नहीं है। मानवता के आधार पर इस पर चर्चा होनी चाहिए। अगर हम शरणार्थियों को जगह दे रहे हैं, तो घुसपैठियों को निकालना चाहिए। हम ये मानते हैं कि पाकिस्तान में हिंदुओं और सिखों के साथ ज्यादती हुई है। गौरतलब है कि गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को नागरिकता संशोधन विधेयक चर्चा के लिए राज्यसभा में पेश किया। उन्होंने कहा कि भारत के मुसलमान देश के नागरिक थे, हैं और बने रहेंगे। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के गैर मुस्लिम प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने के प्रावधान वाले इस विधेयक को पेश करते हुए उच्च सदन में गृह मंत्री ने कहा कि इन तीनों देशों में अल्पसंख्यकों के पास समान अधिकार नहीं हैं।