MP Assembly Election / बीजेपी की क्या है रणनीति- चुनाव का ऐलान होने के पहले से ही जारी कर दी लिस्ट?

राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीगढ़ को लेकर भले ही चुनाव आयोग ने अभी तक तारीखों का ऐलान नहीं किया हो, लेकिन बीजेपी एक्शन मोड में आ गई है. बीजेपी ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के लिए 39 और छत्तीसगढ़ के लिए 21 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है. लोगों के लिए काफी चौंकाने वाली खबर थी, क्योंकि इससे एक दिन पहले ही बीजेपी ने दोनों प्रदेशों को लेकर पीएम मोदी की अगुवाई में एक बैठक भी की थी.

Vikrant Shekhawat : Aug 18, 2023, 06:16 PM
MP Assembly Election: राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीगढ़ को लेकर भले ही चुनाव आयोग ने अभी तक तारीखों का ऐलान नहीं किया हो, लेकिन बीजेपी एक्शन मोड में आ गई है. बीजेपी ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के लिए 39 और छत्तीसगढ़ के लिए 21 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है. लोगों के लिए काफी चौंकाने वाली खबर थी, क्योंकि इससे एक दिन पहले ही बीजेपी ने दोनों प्रदेशों को लेकर पीएम मोदी की अगुवाई में एक बैठक भी की थी.

बीजेपी को हर समय चुनावी मोड में रहने वाली पार्टी कहा जाता है और इसीलिए यह फैसला भी काफी सोच समझ कर लिया गया है. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह बताया जा रहा है कि कुछ सीटों पर बीजेपी के साथ लंबे समय से जुडे़ नेता और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ आए आमने-सामने थे, ऐसे में अगर टिकट बंटवारे में देरी होती तो पार्टी को चुनावों में बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता था. इसी को देखते हुए बीजेपी ने इन सीटों पर जल्द से जल्द समाधान निकालने की कोशिश के तहत यह काम किया है.

बीजेपी ने तीन महीने पहले क्यों जारी की सूची

1: प्रत्याशियों को प्रचार के लिए मिल सके समय: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव नवंबर 2023 में होने हैं. तीन महीने पहले उम्मीदवारों की सूची जारी करके भाजपा अपने उम्मीदवारों को प्रचार करने और मतदाताओं से परिचित होने का समय दे रही है. इससे उन्हें विपक्षी दलों पर बढ़त मिल सकती है, जिनके पास प्रचार के लिए उतना समय नहीं होगा.

2: जनता की प्रतिक्रिया का लग सकेगा पता: उम्मीदवारों की सूची पहले से जारी करके भाजपा उनकी पसंद पर जनता की प्रतिक्रिया जानने में सक्षम है. यदि किसी विशेष उम्मीदवार पर बहुत अधिक नकारात्मक प्रतिक्रिया होती है तो भाजपा अपनी पसंद पर पुनर्विचार कर सकती है. इससे उन्हें गलती करने से बचने में मदद मिल सकती है.

3: विपक्ष को हतोत्साहित करने में मिलेगी मदद: उम्मीदवारों की सूची पहले ही जारी कर बीजेपी विपक्ष का मनोबल गिराने में सक्षम है. विपक्षी दलों को लग सकता है कि वे पहले से ही पीछे हैं और यह उन्हें कड़ी मेहनत से प्रचार करने से हतोत्साहित कर सकता है.

4: पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने में लगी: उम्मीदवारों की सूची पहले ही जारी कर बीजेपी अपने समर्थकों के बीच उत्सुकता का माहौल बना रही है. इससे उन्हें जल्दी प्रचार शुरू करने और अपने दोस्तों व परिवार को भाजपा के लिए वोट करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है.

5: भाजपा 2023 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव जीतने की अपनी संभावनाओं को लेकर आश्वस्त है. उम्मीदवारों की सूची पहले ही जारी करके वे मतदाताओं को संदेश दे रहे हैं कि वे शासन करने के लिए तैयार हैं.

भाजपा 2018 के विधानसभा चुनावों की पुनरावृत्ति से बचने की कोशिश कर रही है, जब उन्होंने कांग्रेस पार्टी के हाथों सत्ता गंवा दी थी. उम्मीदवारों की सूची पहले से जारी करके वह खुद को चुनाव की तैयारी के लिए और किसी भी संभावित कमजोरियों की पहचान करने और उन्हें दूर करने के लिए अधिक समय दे रहे हैं.

मध्य प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक माहौल को बीजेपी भुनाने की कोशिश कर रही है. राज्य इस समय बेरोजगारी और महंगाई जैसी कई चुनौतियों का सामना कर रहा है. भाजपा उम्मीद कर रही है कि मतदाता आर्थिक विकास और रोजगार सृजन के उनके वादों की ओर आकर्षित होंगे.

तीन महीने पहले उम्मीदवारों की सूची जारी करने की भाजपा की रणनीति सफल होगी या नहीं यह तो समय ही बताएगा. हालांकि, यह साफ है कि पार्टी 2023 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को काफी गंभीरता से ले रही है.