Vikrant Shekhawat : Jul 20, 2022, 03:38 PM
Uttar Pradesh | समाजवादी पार्टी के विधायक पूर्व मंत्री आजम खां महीनों जेल जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बाहर आए हैं। बाहर आने के बाद जब भी मीडिया से बात करते हैं योगी सरकार पर निशाना साधना नहीं भूलते। इशारों ही इशारों में काफी कुछ कह जाते हैं। एक बार फिर उन्होंने खुद पर लगे आरोपों पर पूछे जाने पर तंज कसते हुए कहा कि हम मुर्गी, भैंस, बकरी और किताब के डकैत हैं। अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर ही वकीलों की राय जानने प्रयागराज पहुंचे आजम खां ने कहा कि मैं 10 बार का विधायक, 2 बार का सांसद, 4 बार का मंत्री और एक बार का नेता विपक्ष हूं। इसके बाद भी हम मुर्गी के डकैत हैं, हम भैंस के डकैत हैं, हम बकरी के डकैत हैं, किताब के डकैत हैं। आजम ने अपने साथ पत्नी और बेटे को भी अलग अलग मुकदमों में फंसाने को लेकर हमला बोला। आजम ने कहा कि हमारी असिस्टेंट प्रोफेसर पत्नी और गलगोटिया से दो बार एमए और एमटेक किया हुआ बेटा, हम तीनों ने मिलकर मिनिस्टर रहते हुए शराब की दुकान लूटी है और 16 हजार 900 रुपया गल्ले से डाका डाला है। कहा कि जिस व्यवस्था का स्टेटस यह हो, जिनका यह मयार हो, उसे इंसाफ मिलता है? हमें इंसाफ मिल सकता है। अगर मिल सकता है तो आप दिलवा दीजिये।बताया जाता है कि आजम खां मंगलवार रात करीब 8:30 बजे प्रयागराज पहुंचे। वकीलों से मुलाकात की और अपने खिलाफ दर्ज मुकदमे के सिलसिले में बातचीत की है। इसके बाद देर रात वह प्रयागराज से लखनऊ चले गए। अचंभित करने वाले बात यह रही कि आजम खां के प्रयागराज में हैं यह जानकारी सपा के कार्यकर्ताओं को भी नहीं थी। वकीलों की मानें तो आजम कानूनी पहलुओं पर राय लेने प्रयागराज आए थे। उन्होंने वकीलों से मिलकर अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों के पर वकीलों की कानूनी राय ली। आजम खां पर 88 मुकदमे दर्ज हैं इनमें से एक वक्फ बोर्ड की जमीन गलत तरीके से अपने पक्ष में कराने का मामला भी है। अगस्त 2019 में लखनऊ में पत्रकार अल्लामा जमीर नकवी ने दर्ज मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में यह केस रामपुर के अजीम नगर थाने में ट्रांसफर कर दिया गया था।