Maharashtra Politics / शिवसेना के इस बागी विधायक ने क्यों किया उद्धव ठाकरे को 'Expose', बताई बगावत की वजह

महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले से शिवसेना के बागी विधायक ने आरोप लगाया कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को घेरे रहने वाले चार लोगों की ‘‘ मंडली’’ की वजह से बगावत हुई. विधानसभा में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सरकार के आसानी से विश्वासमत हासिल करने के एक दिन बाद संवाददाताओं से बातचीत में वैजापुर के विधायक रमेश बोरनारे ने कहा, ‘‘शिंदे के मुख्यमंत्री बनने से शिव सैनिक खुश हैं.’’

Vikrant Shekhawat : Jul 06, 2022, 10:55 AM
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले से शिवसेना के बागी विधायक ने आरोप लगाया कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को घेरे रहने वाले चार लोगों की ‘‘ मंडली’’ की वजह से बगावत हुई. विधानसभा में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सरकार के आसानी से विश्वासमत हासिल करने के एक दिन बाद संवाददाताओं से बातचीत में वैजापुर के विधायक रमेश बोरनारे ने कहा, ‘‘शिंदे के मुख्यमंत्री बनने से शिव सैनिक खुश हैं.’’

'ठाकरे परिवार को नहीं भूल सकते'

हलांकि उन्होंने इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि क्या गत ढाई साल तक ठाकरे के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके निर्वाचन क्षेत्र का विकास कार्य बाधित हुआ था. उन्होंने बिना नाम लिए कहा, ‘‘ उल्लेखनीय रूप से 50 विधायक साथ छोड़ शिंदे के पक्ष में आ गए, लेकिन मैं इस स्थिति के लिए उद्धव ठाकरे को जिम्मेदार नहीं मानता. इसके लिए उनके चारों ओर मौजूद चार लोगों की मंडली जिम्मेदार है.’’

बोरनारे ने कहा कि शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे हमारे आदर्श हैं और हम ठाकरे परिवार को नहीं भूल सकते हैं. उन्होंने कहा कि वह शिंदे गुट से जुड़े ताकि वैजापुर के पांच अहम मुद्दों का समाधान किया जा सके. बोरनारे ने कहा, ‘‘अगर इन मुद्दों का समाधान नहीं होता तो मतदाता मुझे वर्ष 2024 (के चुनाव में) माफ नहीं करेंगे.’’

शिंदे के नेतृत्व में बागी विधायकों के गुवाहाटी में डेरा डालने के दौरान औरंगाबाद में उनके खिलाफ हुए प्रदर्शन का संदर्भ देते हुए बोरनारे ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे शिव सैनिकों को भ्रमित किया गया था.

बता दें कि शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं. उन्होंने विधानसभा में फ्लोर टेस्ट भी पास कर लिया. बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस राज्य के उपमुख्यमंत्री हैं.

एकनाथ शिंदे के बागी होने के बाद उद्धव ठाकरे की सरकार पर संकट आया था, जो बाद में गिर गई. शिवसेना के पास अब 15 विधायक रह गए हैं. विधानसभा में वह अब सबसे छोटे दलों में से एक हो गई है. शिंदे के बगावती तेवर अपनाने के पहले शिवसेना के पास 55 विधायक थे.