Team India Selector / क्यों नहीं बन रहे वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गज टीम इंडिया के सेलेक्टर? 1 करोड़ रुपये है वजह!

भारतीय क्रिकेट में उस समय भूचाल मच गया था जब पूर्व मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा का स्टिंग ऑपरेशन हुआ था और उन्होंने टीम के बारे में कई तरह की जानकारी सार्वजनिक कर दी थीं. इसके बाद चेतन को चीफ सेलेक्टर का पद छोड़ना पड़ा था. तब से शिव सुंदर दास इस पद को संभाल रहे हैं. बीते कुछ सालों से देखा जाए तो पहले की तुलना में कोई बड़े नाम वाले पूर्व खिलाड़ी ने ये पद संभाला नहीं है.

Vikrant Shekhawat : Jun 22, 2023, 06:27 PM
Team India Selector: भारतीय क्रिकेट में उस समय भूचाल मच गया था जब पूर्व मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा का स्टिंग ऑपरेशन हुआ था और उन्होंने टीम के बारे में कई तरह की जानकारी सार्वजनिक कर दी थीं. इसके बाद चेतन को चीफ सेलेक्टर का पद छोड़ना पड़ा था. तब से शिव सुंदर दास इस पद को संभाल रहे हैं. बीते कुछ सालों से देखा जाए तो पहले की तुलना में कोई बड़े नाम वाले पूर्व खिलाड़ी ने ये पद संभाला नहीं है.

आखिरी बार कोई बड़ा नाम बीसीसीआई की सेलेक्शन समिति का मुखिया बना था वो भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज कृष्णामचारी श्रीकांत थे. श्रीकांत 2008 से 2012 तक चीफ सेलेक्टर रहे और उससे पहले दिलीप वेंगसरकर थे जिन्होंने 2006 से 2008 तक ये पद संभाला.

इस कारण नहीं आ रहे सामने

कोई बड़ा नाम इस रेस में नहीं आ रहा इसका कारण चीफ सेलेक्टर को दिए जाने वाली सैलरी है. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक इसी कारण वीरेंद्र सहवाग जैसे बड़े नाम इस पोस्ट के बारे में अप्लाई करने से कतरा रहे हैं. बीसीसीआई अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि सहवाग ने सीओए के समय टीम इंडिया के मुख्य कोच पद के लिए अप्लाई किया था लेकिन तब अनिल कुंबले टीम के कोच बन गए थे. उन्होंने कहा कि इस बार सहवाग चीफ सेलेक्टर पद के लिए अप्लाई करें इसकी संभावना काफी कम है.

अधिकारी ने साथ ही कहा कि सैलरी भी इतनी कम है कि सहवाग जैसे कद का खिलाड़ी इस पद के लिए अप्लाई नहीं करेगा. उन्होंने हालांकि इस बात को माना कि अगर कद की बात की जाए तो नॉर्थ जोन से सहवाग चीफ सेलेक्टर पद के सही दावेदार हैं. पूर्व खिलाड़ी इस समय ब्रॉडकास्टिंग में दिख रहे हैं, वहां जो उनको रकम मिल रही है वो चीफ सेलेक्टर को दी जाने वाली सैलरी से ज्यादा है.

बीसीसीआई दे सकती है पैसा

चीफ सेलेक्टर की मौजूदा सैलरी देखी जाए तो ये एक करोड़ सालाना है जबकि समिति के बाकी सदस्यों को 90 लाख रुपये साल के मिलते हैं. अधिकारी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि बीसीसीआई चार-पांच करोड़ रुपये चीफ सेलेक्टर को नहीं दे सकती. उन्होंने बताया कि कई बड़े नाम इसलिए और अप्लाई करने से बच रहे हैं क्योंकि बीसीसीआई के नियम के तहत अप्लाई करने वाले पूर्व खिलाड़ी को आखिरी इंटरनेशनल मैच खेले हुए कम से कम पांच साल का समय होना चाहिए.

नॉर्थ जोन से कई बड़े नाम हैं जो कुछ साल पहले रिटायर हुए हैं. युवराज सिंह, हरभजन सिंह और गौतम गंभीर इनमें शामिल हैं लेकिन इन तीनों को संन्यास लिए हुए पांच साल नहीं हुए हैं. रिपोर्ट में बताया है कि जब तक चीफ सेलेक्टर कोई बड़े कद का खिलाड़ी न हो तो उसे विराट कोहली, रवि शास्त्री और राहुल द्रविड़ जैसे दर्जे के लोगों के सामने काफी मुश्किल आती है.