Karnataka / क्या अब कर्नाटक को मिलेगा ब्राह्मण सीएम, येडियुरप्पा के उत्तराधिकारी बन सकते हैं प्रहलाद जोशी!

कर्नाटक के सीएम बीएस येडियुरप्पा (BS Yediyurappa) के इस्तीफा देने से सोमवार को राज्य की राजनीति में अचानक बड़ा मोड़ (karnataka Politics) आ गया। येडियुरप्पा ने अपना इस्तीफा राज्यपाल थावर चंद गहलोत को सौंप दिया है। अब इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि आखिर अब कौन कर्नाटक (Karnatak) का नया सीएम होगा और क्या एक बार फिर से राज्य को ब्राह्मण सीएम मिलेगा।

Vikrant Shekhawat : Jul 26, 2021, 04:38 PM
नई दिल्ली: कर्नाटक के सीएम बीएस येडियुरप्पा (BS Yediyurappa) के इस्तीफा देने से सोमवार को राज्य की राजनीति में अचानक बड़ा मोड़ (karnataka Politics) आ गया। येडियुरप्पा ने अपना इस्तीफा राज्यपाल थावर चंद गहलोत को सौंप दिया है। अब इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि आखिर अब कौन कर्नाटक (Karnatak) का नया सीएम होगा और क्या एक बार फिर से राज्य को ब्राह्मण सीएम मिलेगा।

वैसे तो नए मुख्यमंत्री के तौर पर बहुत से नामों की चर्चा हो रही है। लेकिन इनमें सबसे आगे दो नाम सामने आ रहे हैं जिनमें पहला नाम केंद्रीय कोयला खनन मंत्री और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्रलाद जोशी (Pralhad Joshi) का है जबकि दूसरा नाम भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि का है। अगर बीजेपी आलाकमान प्रह्रलाद जोशी को नया सीएम बनाती है तो 1988 के बाद पहली बार उनकी पदन्नोति होगी और राज्य को ब्राह्मण समुदाय का सीएम मिलेगा। अगर पार्टी सीटी रवि के नाम का चयन करती है तो पार्टी को दक्षिण कर्नाटक में अपने विस्तार में काफी मदद मिलेगी।

राजनीतिक गलियारे में ऐसी भी खबरें चल रही है कि बीएस येडियुरप्पा के जाने के बाद लिंगायत समुदाय से ही कोई चेहरा सीएम बनेगा क्योंकि बीजेपी ने येडियुरप्पा का इस्तीफा लेकर एक बड़ा जुआ खेला है। हालांकि सीएम ने इस्तीफे के बाद यह पूरी तरह से साफ कर दिया है कि सीएम कोई भी बने वह पार्टी का हमेशा साथ देते रहेंगे और पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए अब मार्गदर्शक के रूप में कार्य करेंगे।

केंद्रीय मंत्री प्रह्रलाद जोशी से जब कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस संबंध में किसी भी तरह की कोई जानकारी नहीं थी और न ही उन्हें इस बारे में कुछ पता है कि येडियुरप्पा को पार्टी आलाकमान की तरफ से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था या नहीं।

उन्होंने कहा कि भाजपा में किसी भी तरह का कोई आलाकमान नहीं है पार्टी के पास राष्ट्रीय स्तर का नेतृत्व है। हमें समय समय पर अलग अलग नेतृत्व मिला। पहले राजनाथ सिंह जी थे, फिर नितिन गडकरी आए, इसके बाद अमित शाह राष्ट्रीय अध्यक्ष बने और अब जेपी नड्डा इसकी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास मौजूदा समय में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जैसे सर्वोच्च नेता हैं और वो ही तय करेंगे कि कर्नाटक में अब अगला सीएम कौन होगा।

बता दें कि केंद्रीय मंत्री जोशी 2004 से उत्तर पश्चिमी कर्नाटक के शहर धारवाड़ से सांसद है और इस क्षेत्र में उनकी काफी पकड़ है। उन्होंने 2012 से 2016 तक भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है। अगर जोशी को पदोन्नति मिलती है तो वह एसआर बोम्मई और जगदीश शेट्टार के बाद हुबली से भूमिका निभाने वाले तीसरे राजनेता होंगे। फिलहाल अभी इस बारे में कोई भी खुलासा नहीं हुआ है कि जोशी सीएम होंगे कि नहीं।