उत्‍तर प्रदेश / महिला ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या, पीएम मोदी के नाम छोड़ा 3-पेज का पत्र

पुलिस के अनुसार, आगरा (उत्तर प्रदेश) में शुक्रवार सुबह 30-वर्षीय महिला ने देसी तमंचे से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम तीन-पेज का पत्र छोड़ा है जिसमें उसने 'घर में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित' करने की अपील की। महिला ने पत्र में ससुराल के दो लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया है।

आगरा: उत्‍तर प्रदेश के आगरा से एक दुखद घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने देसी बंदूक से खुद को छाती में गोली मार ली। बुरी तरह जख्‍मी महिला की मौत हो गई। उसके दो बच्‍चे भी हैं। यह गंभीर कदम उठाने से पहले उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम तीन पेज का एक नोट भी लिखा है, जिसमें उसने 'घरों में महिलाओं की सुरक्षा' सुनिश्चित करने की अपील की है। यह नोट उसने अपने परिवार के सदस्‍यों को सेल फोन पर भेजा था।

घटना आगरा के विद्यापुरम कॉलोनी की है, जहां शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे महिला ने अपने आवास पर देसी कट्टे से गोली खुद को छाती में गोली मार ली। महिला की पहचान मोना द्विवेदी (30) के रूप में की गई है, जिसके दो बच्‍चे भी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था और फिर खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर परिवार की अन्य महिलाएं दरवाजा तोड़कर कमरे में पहुंची तो वहां का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए। उन्‍होंने महिला को खून से लथपथ पाया।

महिला ने लिखा तीन पन्‍नों का नोट

'टाइम्‍स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के मुताबिक, उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह गंभीर कदम उठाने से पहले उसने अपने परिवार के सदस्यों को उनके सेलफोन पर तीन पन्नों का एक नोट भेजा था, जो पीएम मोदी को संबोधित है। बाद में यह नोट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें महिला ने पीएम मोदी से घरों में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील करते हुए अपने पति के भाइयों पंकज और अनुज पर उसे मारने-पीटने और उसे ऐसा गंभीर कदम उठाने पर मजबूर करने का आरोप लगाया है।

महिला ने अपने नोट में लिखा है, 'अंनुज और पंकज, जो सत्ताधारी दल से जुड़े हैं, ने मुझे पीटा, क्योंकि मैं एक गरीब परिवार से हूं। मेरी मां का बचपन में ही देहांत हो गया था और मेरे पिता शराबी हैं। उन्होंने मुझे अपनी दुर्दशा किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी।' उसने नोट में यह भी बताया है कि जब वह 16 साल की थी, तभी उसकी शादी हो गई थी। ससुराल वाले उसे बार-बार प्रताड़ित करते थे, लेकिन वह उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाई, क्योंकि उसे डर था कि उसका पति उसे छोड़ देगा।

मामले में पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि महिला ने आत्महत्या की है। पुलिस के मुताबिक, कुछ पारिवारिक विवाद था और उसके देवर उसे कई बातों को लेकर ताना मारा करते थे।