बिजनेस / सितंबर तिमाही में ज़ोमैटो का शुद्ध घाटा बढ़कर ₹430 करोड़ हुआ

वित्त वर्ष 2021-22 की जुलाई-सितंबर तिमाही में ज़ोमैटो का एकीकृत शुद्ध घाटा बढ़कर ₹430 करोड़ हो गया जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह ₹229 करोड़ था। वहीं, एकीकृत परिचालन आय 140% बढ़कर ₹1,024 करोड़ रही जो पिछले साल समान अवधि में ₹426 करोड़ थी। इस दौरान कंपनी को कुल ₹5,410 करोड़ के ऑर्डर मिले हैं।

Vikrant Shekhawat : Nov 11, 2021, 12:31 PM
नई दिल्ली: ऑनलाइन फूड डिलीवरी सेगमेंट की दिग्गज कंपनी जोमैटो लिमिटेड (Zomato Ltd) का घाटा मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में और बढ़ गया है। Zomato ने बुधवार :को बताया कि जुलाई-सिंतबर तिमाही में उसका नेट लॉस बढ़कर 429 करोड़ रुपये हो गया,जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 229 करोड़ रुपये था। वहीं जून 2021 तिमाही में कंपनी को 356 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ था।

Zomato ने कहा कि फूड डिलीवरी बिजनेस के ग्रोथ के लिए किए गए निवेश और अधिक से अधिक ग्राहकों को जोड़ने के लिए ब्रांडिंग व मार्केटिंग पर किए खर्च के लिए दूसरी तिमाही में उसके घाटे में बढ़ोतरी हुई है। घाटे में बढ़ोतरी के पीछे छोटे अप्रत्याशित मौसम और फ्यूल प्राइस के चलते डिलीवरी लागत में बढ़ोतरी भी एक वजह रही।

ज़ोमैटो का सितंबर तिमाही में एडजस्टेड रेवेन्यू 1,420 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही से 144.9 पर्सेंट और पिछली जून तिमाही से 22.6 पर्सेंट अधिक रहा। कंपनी की भारत में फूड डिलीवरी ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) तिमाही आधार पर 19 पर्सेंट और सालाना आधार पर 158 पर्सेंट बढ़कर 5,410 करोड़ रुपये रहा।

जोमैटो का एडजस्टेड EBITDA (अर्निंग बिफोर इंटरेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन एंड एमॉर्टाइजेशन) घाटा सितंबर तिमाही में बढ़कर 310 करोड़ रुपये पहुंच गया, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 70 करोड़ रुपये था और बीते जून तिमाही में 170 करोड़ रुपये था।

जोमैटो के नतीजे बुधवार को शेयर बाजार का कारोबार खत्म होने के बाद जारी हुए हैं। हालांकि नतीजों से पहले जोमैटो के शेयरों में दबाव देखने को मिला और NSE पर कंपनी के शेयर 1.20 पर्सेंट गिरकर 136 रुपये पर बंद हुए हैं। जोमैटो के शेयर इसी साल जुलाई में शेयर बाजार में लिस्ट हुए हैं।