हिमाचल प्रदेश / हिमाचल के किन्नौर में हुए भूस्खलन से 2 लोगों की हुई मौत, मलबे से बचाए गए 10 लोग

हिमाचल प्रदेश के इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के अनुसार, किन्नौर में भूस्खलन वाली जगह से 10 लोगों को बचाया गया है और 2 लोग मृत मिले हैं। बकौल आईटीबीपी, मलबे में एक ट्रक, एक रोडवेज़ बस और अन्य वाहनों के दबे होने की सूचना मिली थी। वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 50-60 लोगों के मलबे में फंसने की आशंका जताई थी।

किन्नौर: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के किन्नौर में भूस्खलन (Kinnaur Landslide) की चपेट में आए 10 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है. सरकार द्वारा मिले आंकड़ों के मुताबिक इस प्राकृतिक आपदा के चलते दो लोगों की मौत भी हो गई है. अभी भी 50 से 60 लोगों के फंसे होने की आशंका है और उनके बचाव के लिए अभियान चलाया जा रहा है. ITBP के प्रवक्ता विवेक पांडे ने बताया है कि घटनास्थल पर ITBP की तीन बटालियनों के 200 जवान पहुंच गए हैं.

पांडे का कहना है कि उस इलाके में अभी भी पत्थर गिर रहे हैं, ऐसे में अभी भी वो इलाका बहुत खतरनाक बना हुआ है. स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक 10 लोगों को भूस्खलन के मलबे से सुरक्षित निकाल लिया गया है. हालांकि दो लोग भूस्खलन की चपेट में आने के चलते मारे गए हैं. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया है कि बचाए गए लोगों को अस्पताल ले जाया गया है. उन्होंने बताया कि ITBP के साथ NDRF और पुलिस की टीम भी घटनास्थल पर मौजूद हैं और जल्द ही स्थिति पर काबू पा लिया जाएगा.

ठाकुर ने बताया कि इस हादसे के बाद 50 से 60 लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है. उन्होंने ये भी बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें हर तरह की मदद के लिए आश्वासन दिया है. ठाकुर ने बताया कि भारतीय सेना ने भी मदद की पेशकश की है. उन्होंने बताया कि भूस्खलन की चपेट में एक ट्रक और HRTC समेत चार गाड़ियां दबी हुई हैं.

ड्राइवर और कंडक्टर को मलबे से बाहर निकाला

किन्नौर के चौरा के पास नेशनल हाई-वे पर चट्टान गिरने की वजह से यह हादसा हुआ है. HRTC की बस  पर चट्टान गिरने की वजह से दर्जनों लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है. दबे हुए बस ड्राइवर से फोन के जरिए संपर्क किया गया. चट्टान गिरने से हुए हादसे में बस ड्राइवर और कंडक्टर घायल (Driver Injured) हो गए. किन्नौर के विधायक ने बताया कि ITBP के जवानों ने ड्राइवर और कंडक्टर को मलबे से बाहर निकाल लिया है. बस में सवार यात्रियों को बाहर निकालने का काम जारी है.

चट्टान खिसकने से मलबे में दबी HRTC की बस

हादसे पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम जयराम ठाकुर ने कहा- मैंने पुलिस और स्थानीय प्रशासन को राहत-बचाव कार्य के लिए जरूरी निर्देश दे दिए हैं. NDRF को भी अलर्ट पर रखा गया है. हमें जो सूचना मिली है उसके मुताबिक एक बस और एक कार मलबे में दब गए हैं.

लापता 40 बस सवारों को ढूंढने की कोशिश

वहीं घायलों के इलाज के लिए मौके पर डॉक्टर्स की टीम भी पहुंच चुकी है. परेशानी की बात ये है कि भूस्खलन अभी भी जारी है. इसी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन बाधित हो रहा है. विधायक ने बताया कि मलबे में फंसी छोटी गाड़ी से शख्स को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है. लैंड स्लाइड रुकने के बाद ही उसे बाहर निकाला जा सकेगा. वहीं 40 बस सवार अब भी लापता हैं जिन्हें ढूंढने की कोशिश की जा रही है.

बता दें कि चील जंगल के पास चट्टानें गिरने की वजह से यह हादसा हुआ है. पुलिस और प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है. डॉक्टर्स और आईटीबीपी की टीम भी मौके पर मौजूद है. मलबे में दबी बस मूरंग-हरिद्वार रूट की है. प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक बस में 35-40 लोग सवार थे.