देश / 2200 विदेशी जमातियों पर कार्रवाई की तैयारी, 10 साल तक भारत में एंट्री बैन

तबलीगी जमात के धार्मिक जलसे में शामिल होने वाले 2200 विदेशी जमातियों पर मोदी सरकार बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। सरकार इन 2200 जमातियों पर 10 साल की पाबंदी लगाने जा रही है। अब ये अगले 10 साल तक भारत नहीं आ सकेंगे। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 47 देशों के इन विदेशी जमातियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया था। ये तबलीगी जमात के मरकज में हुए कार्यक्रम में शामिल थे।

AajTak : Jun 04, 2020, 08:41 PM
Corona Crisis: तबलीगी जमात के धार्मिक जलसे में शामिल होने वाले 2200 विदेशी जमातियों पर मोदी सरकार बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। सरकार इन 2200 जमातियों पर 10 साल की पाबंदी लगाने जा रही है। अब ये अगले 10 साल तक भारत नहीं आ सकेंगे। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 47 देशों के इन विदेशी जमातियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया था। ये तबलीगी जमात के मरकज में हुए कार्यक्रम में शामिल थे।

बता दें कि सरकार तबलीगी जमात के सदस्यों पर वीजा के मानदंडों का उल्लंघन करने पर नाखुश है। देश में कोरोना वायरस के मामले में बढ़ने के लिए तबलीगी जमात के मरकज को भी जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। तबलीगी जमात के विदेशी सदस्यों में इंडोनेशिया के लोग शामिल हैं। इसके अलावा बांग्लादेश, मलेशिया, म्यांमार, सूडान, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, फिलीपींस, रूस और श्रीलंका जैसे देश के लोग भी हैं।

इससे पहले तबलीगी के कार्यक्रम में शामिल होने वाले 960 विदेशी नागरिकों को गृह मंत्रालय ने ब्लैक लिस्ट कर दिया था। इसके साथ ही इन सभी विदेशी नागरिकों के वीजा भी रद्द कर दिए गए थे। क्योंकि सभी टूरिस्ट वीजा पर भारत आए हुए थे। अब इन सभी 2200 विदेशी नागरिकों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।

सीबीआई कर रही है जांच

उधर, कोरोना वायरस के चलते सुर्खियों में रहने वाले निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज की जांच सीबीआई कर रही है। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय जांच एजेंसी ने दिल्ली की क्राइम ब्रांच से मरकज से संबंधित जानकारी मांगी थी, जो अब उसे मिल गई है। दिल्ली पुलिस की ओर से देश में कोरोना वायरस फैलाने के लिए पहले से ही मरकज के खिलाफ जांच की जा रही है।

दरअसल, तबलीगी जमात के मरकज का केस मार्च महीने में सामने आया था। यहां पर विदेश से आए लोगों का पता चला था। तेलंगाना से लेकर यूपी तक तमाम राज्यों में कई मस्जिदों से कई विदेशी पकड़े गए थे। इनमें से ज्यादातर टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। कई राज्यों की सरकार कोरोना का केस बढ़ने के लिए तबलीगी जमात के मरकज को ही जिम्मेदार ठहराई थी।