कोरोना वायरस / अफवाह के बाद ईरान में 5000 लोगों ने पिया इंडस्ट्रियल अल्कोहल, 728 की मौत

ईरान की सरकार ने अब जाकर कबूल किया है कि एक अफवाह के चलते हज़ारों लोगों ने इंडस्ट्रियल अल्कोहल पी लिया और उनकी मौत हो गयी। सोशल मीडिया के जरिए बीते दिनों ईरान में अफवाह फ़ैल गयी थी कि अल्कोहल पीने से कोरोना संक्रमण का इलाज होता है जिसके बाद सैकड़ों बच्चों समेत हजारों लोगों ने इंडस्ट्रियल अल्कोहल पी लिया था।

News18 : Apr 28, 2020, 02:18 PM
तेहरान। ईरान (Iran) की सरकार ने अब जाकर कबूल किया है कि एक अफवाह के चलते हज़ारों लोगों ने इंडस्ट्रियल अल्कोहल पी लिया और उनकी मौत हो गयी। सोशल मीडिया (Social Media) के जरिए बीते दिनों ईरान में अफवाह फ़ैल गयी थी कि अल्कोहल पीने से कोरोना संक्रमण (Coronavirus) का इलाज होता है जिसके बाद सैकड़ों बच्चों समेत हजारों लोगों ने इंडस्ट्रियल अल्कोहल पी लिया था। ईरान की सरकार ने सोमवार को बताया कि इस घटना में 728 लोगों की मौत हो गयी है।

ईरान के मौतों का हिसाब रखने वाले ऑफिस ने सोमवार को बताया कि इंडस्ट्रियल अल्कोहल पीने की घटना में न सिर्फ 728 लोगों की मौत हुई है बल्कि सैकड़ों लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गयी है जिसमें कई बच्चे भी शामिल हैं। अल जजीरा में छपी एक खबर के मुताबिक ईरान सरकार ने जानकारी दी है कि जहर पीने से मरने वाली मौतों में ही इन मौतों को शामिल किया गया है। ये सभी लोग कोरोना संक्रमण के इलाज का दावा करने वाली अफवाह के शिकार हो गए हैं।

5000 लोगों ने पिया मेथेनॉल 

ईरान स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता कियानौश जहांपोर ने बताया कि करीब 5011 लोगों ने इस अफवाह के चलते इंडस्ट्रियल अल्कोहल पी लिया था। यहां तक कि कई माता-पिता ने अपने बच्चों को भी पिला दिया था। इनमें से 90 लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गयी है। इन सभी लोगों ने अफवाह के बाद अल्कोहल ढूंढना शुरू किया और नहीं मिलने पर मेथेनॉल ही पी लिया। प्रवक्ता के मुताबिक डर की वजह से हो सकता है कई लोग सामने नहीं आए हों और इसे पीकर अंधे होने वाले लोगों की संख्या ज्यादा हो सकती है।


शराब जैसी गंध वाला होता है मेथेनॉल

बता दें कि मेथेनॉल की गंध और स्वाद शराब जैसा ही होता है। हालांकि ये सीधे इन्सान के दिमाग को नुकसान पहुंचाता है। ईरान में भी कोरोना संक्रमण ने काफी कहर बरपाया था हालांकि अब यहां काफी हद तक कंट्रोल पा लिया गया है। ईरान में संक्रमण के 91,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं जबकि 5,806 लोगों की इससे मौत हो गयी है।