देश / कृषि आंदोलन में करीब 750 किसानों की हुई मौत, पर केंद्र ने शोक व्यक्त नहीं किया: टिकैत

गाज़ीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने रविवार को कहा, "कृषि आंदोलन में लगभग 750 किसान मारे गए...भारत सरकार की ओर से कोई शोक व्यक्त नहीं किया गया।" उन्होंने कहा, "देश के किसानों को लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी 'किसानों' के प्रधानमंत्री नहीं हैं...और उन्हें (किसानों को) देश से अलग समझते हैं।"

Vikrant Shekhawat : Nov 08, 2021, 12:36 PM
नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन जारी है। किसान कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं, साथ ही एमएसपी पर कानून बनाने की मांग कर रहे है। इस बीच गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने रविवार को एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। किसान नेता टिकैत के मुताबिक कृषि आंदोलन में करीब 750 किसानों की मौत हुई पर केंद्र ने शोक व्यक्त नहीं किया।

दो दिन पहले किसानों आंदोलन के जारी रहने पर राकेश टिकैत ने कहा था कि जब सरकार 5 साल तक चल सकती है तो किसान भी अपना विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। वहीं अब रविवार को मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए टिकैत ने कहा कि कृषि आंदोलन में लगभग 750 अन्नदाताओं की मौत हो चुकी है, लेकिन भारत सरकार की ओर से कोई शोक व्यक्त नहीं किया गया।

बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने अपने बयान में कहा कि कृषि आंदोलन में लगभग 750 किसान मारे गए। भारत सरकार की ओर से कोई शोक नहीं किया गया। देश के किसानों को लगता है कि शायद पीएम मोदी 'किसान' पीएम नहीं हैं और उन्हें (किसानों को) देश से अलग समझते हैं।

आपको बता दें कि दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने किसानों और संगठन के नेताओं के साथ आंदोलन स्थल पर ही मारे गए किसानों और जवानों को याद करते हुए दिवाली मनाई थी। गौरतलब है कि किसान आंदोलन को लेकर देशभर में टिकैत महापंचायत का आयोजन कर रहे हैं, साथ ही आंदोलन को लेकर किसानों को एकजुट करने में लगे हुए है। वहीं इन दिनों राकेश टिकैत उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के मद्देनजर यूपी सरकार के खिलाफ लगातार निशाना साध रहे हैं।