Vikrant Shekhawat : Sep 17, 2021, 01:03 PM
चेन्नई: सतर्कता और भ्रष्टाचार रोधी विभाग ने आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में अन्नाद्रमुक के पूर्व मंत्री के सी वीरमणि से संबंधित 20 से अधिक परिसरों और ठिकानों की बृहस्पतिवार को तलाशी ली। तिरुप्पत्तूर जिले के जोलारपेट्टई में उनके पैतृक स्थान पर भी तलाशी ली गयी।तमिलनाडु में 2016-2021 तक अन्नाद्रमुक की सरकार में वाणिज्यिक कर विभाग संभालने वाले वीरमणि विभाग की जांच के दायरे में आने वाले पार्टी के तीसरे पूर्व मंत्री है। इससे पहले विजयभास्कर (पूर्व परिवहन मंत्री) और एसपी वेलुमणि (पूर्व नगर प्रशासन मंत्री) भी जांच के घेरे में आ चुके हैं।विपक्षी दल ने वीरमणि के खिलाफ कार्रवाई को सत्तारूढ़ द्रमुक के अपने विरोधियों को ‘‘राजनीतिक रूप से’’ निशाना बनाने की कोशिश बताया और साथ ही कहा कि वह ऐसे ‘छापों’ से डरेगी नहीं।पुलिस ने बताया कि इससे पहले सतर्कता विभाग के अधिकारियों ने तिरुप्पत्तूर और चेन्नई में 20 से अधिक स्थानों पर छापे मारे थे। वीरमणि के खिलाफ यह आरोप है कि उन्होंने 2016-21 के दौरान तकरीबन 28 करोड़ रुपये तक की आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित की।छापों पर प्रतिक्रिया देते हुए अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता डी जयकुमार ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ द्रमुक पूर्व मंत्रियों को राजनीतिक रूप से निशाना बनाने और ‘‘जनता के सामने पार्टी की छवि बिगाड़ने’’ की कोशिश कर रही है।उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘यह द्रमुक की अपने विभिन्न चुनावी वादों को पूरा न करने की अक्षमता से ध्यान भटकाने की कोशिश है। ऐसे वक्त में जब ग्रामीण नगर निकाय चुनावों की घोषणा हो चुकी है तो ऐसी कार्रवाई वीरमणि को चुनाव से संबंधित कार्य करने से रोकने की कोशिश है।’’जिन नौ जिलों में अगले महीने ग्रामीण स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं उनमें वेल्लोर, तिरुप्पत्तूर और रानीपेट शामिल हैं।जयकुमार ने कहा, ‘‘अन्नाद्रमुक ऐसे छापों से डरेगी नहीं। हम अदालत में अपनी बेगुनाही साबित करेंगे। पुलिस का इस्तेमाल कर अन्नाद्रमुक और उसके पूर्व मंत्रियों को डराने-धमकाने और उसकी छवि बिगाड़ने की कोई भी कोशिश सफल नहीं होगी।’’