मातम में बदली खुशियां / होली खेलने के बाद बाथरूम में नहाने गए नवदंपती की मौत, तीन माह पहले हुई थी शादी, एक साथ उठी अर्थी

हरियाणा के करनाल जिले के घरौंडा कस्बे में होली के पर्व पर एक प्रसिद्ध मिठाई दुकानदार के परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं। होली खेलने के बाद नवदंपती बाथरूम में नहाने के लिए गए थे। तभी गीजर से गैस रिसाव के कारण दोनों की मौत हो गई। इस दौरान जब काफी देर तक फोन नहीं उठा तो नवदंपती को खोजते हुए परिजन बाथरूम में पहुंचे, जहां दोनों बेसुध पड़े थे।

Vikrant Shekhawat : Mar 20, 2022, 04:31 PM
हरियाणा के करनाल जिले के घरौंडा कस्बे में होली के पर्व पर एक प्रसिद्ध मिठाई दुकानदार के परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं। होली खेलने के बाद नवदंपती बाथरूम में नहाने के लिए गए थे। तभी गीजर से गैस रिसाव के कारण दोनों की मौत हो गई। इस दौरान जब काफी देर तक फोन नहीं उठा तो नवदंपती को खोजते हुए परिजन बाथरूम में पहुंचे, जहां दोनों बेसुध पड़े थे।

दोनों को अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सक ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर डीएसपी मनोज कुमार और थाना प्रभारी दीपक कुमार के अलावा क्षेत्रीय विधायक हरविंद्र कल्याण भी मौके पर पहुंचे, जहां से शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को घरौंडा के शिवपुरी में दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले जब दोनों की शवयात्रा एक साथ निकली तो हर आंखें नम हो गईं। 

रेलवे रोड स्थित मिट्ठन स्वीट्स के मालिक मांगे राम के बेटे गौरव (26) की शादी लगभग तीन माह पूर्व सुशील कुमार की बेटी शिल्पा (25) के साथ हुई थी। गौरव अपनी पत्नी के साथ होली खेलने के लिए शुक्रवार को सुसराल आया था।

लगभग डेढ़ बजे होली खेल कर गौरव अपनी पत्नी के साथ वापस अपने घर हरिपुरा मोहल्ला लौट आया। घर आकर दोनों अपने परिजनों से मिले और बाद में पहली मंजिल पर बने अपने कमरे में चले गए। इसके बाद रंग धोने के लिए पति-पत्नी इकट्ठे ही बाथरूम में गए। बताया जाता है कि इसी दौरान बाथरूम में लगे गीजर से गैस रिसाव होने के कारण दोनों वहीं पर बेसुध हो गए।

काफी देर तक जब उनकी कोई सुध नहीं मिली तो परिजनों ने फोन पर ही संपर्क करना चाहा, लेकिन कोई उत्तर न मिलने पर करीब दो घंटे बाद परिजन जब ऊपर पहुंचे तो पति-पत्नी कमरे में दिखाई नहीं दिए। जब परिजनों ने बाथरूम का दरवाजा खोलकर देखा तो गौरव और उसकी पत्नी बेहोशी की हालत में थे। परिजन उन्हें लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। होली के त्योहार पर नवदंपती की मौत की खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गई और मातम का माहौल छा गया। 

परिजनों ने सोचा सो गए हैं दंपति

मृतक के चचेरे भाई योगेश ने बताया कि गौरव और शिल्पी ऊपर वाले कमरे में रहते हैं और माता-पिता नीचे रहते हैं। काफी देर तक नवदंपति की सुध न मिलने पर पहले परिजनों ने सोचा कि दोनों होली खेल कर आए हैं, इसलिए सो गए होंगे। मां जब दोनों को ढूंढते हुए ऊपर पहुंची तो बाथरूम में पानी बह रहा था। जब वह पानी बंद करने गई तो नवदंपती वहां बेहोश मिले। 

हरिपुरा मोहल्ला में शुक्रवार को बाथरूम गीजर की गैस चढ़ने से एक नवदंपती की मौत हो गई है। दोनों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। - दीपक कुमार, थाना प्रभारी घरौंडा। 

सात जन्मों के बंधन में बंधे और तीन माह बाद साथ ही दुनिया छोड़ चले

होली पर्व पर शुक्रवार को गैस चढ़ने से हुई नवदंपती की मौत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ सा टूट गया है। शनिवार को एक ही साथ जब पति और पत्नी दोनों की अर्थी उठी तो हर आंखें नम हो गईं। तीन माह पहले ही विवाह बंधन में बंधने के साथ ही दोनों ने सात जन्मों तक साथ निभाने की कसमें खाईं थीं।

किसी को क्या पता था कि तीन माह में दोनों दुनिया छोड़ जाएंगे। दोनों के अंतिम संस्कार के बाद भावुक पिता मांगे राम ने कहा कि होली खेलकर लौटने के बाद करीब डेढ़ बजे दोनों पति पत्नी ने पैर छूकर आशीर्वाद लिया था, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था।  

जिस घर में सुबह से होली का उल्लास था, वहां शाम होने से पहले ही मातम छा गया। दरअसल होली खेलने के बाद लौटे नवदंपती रंग छुड़ाने के लिए साथ ही बाथरूम में गए। इस दौरान गीजर की गैस से दोनों की मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को जब दोनों पति-पत्नी की साथ ही अर्थी उठी तो सैकड़ों की संख्या में शामिल परिजन और अन्य लोगों की आंखों भर आईं। सभी की जुबां पर यही बात थी कि तीन माह पहले ही तो दोनों सात जन्मों के बंधन में बंधे थे, लेकिन शादी के तीन माह बाद ही दुनिया को छोड़ गए।

विदित हो कि लगभग तीन साल के अंतराल में मांगे राम के परिवार ने पूरे शहर में मिठ्ठन हलवाई के नाम से अपनी पहचान बना ली है। मूल रूप से पानीपत के रहने वाले मांगे राम लगभग तीन साल पहले घरौंडा में आए थे। उन्होंने रेलवे रोड पर मिठ्ठन स्वीट्स के नाम से दुकान शुरू की थी।

अपने सरल स्वभाव से उन्होंने पूरे शहर में अलग पहचान बनाई थी। लगभग एक साल पहले अपना मकान भी खरीद लिया था। मकान खरीदने के बाद बेटे गौरव की शादी भी घरौंडा में ही कर दी थी। होली की सुबह तक पूरा परिवार खुश था, लेकिन परिवार को ये मालूम नहीं था कि इतनी जल्द खुशियां गम में बदल जाएंगी। मांगे राम ने बताया कि बेटा गौरव और पुत्र वधू बहुत ही सरल स्वभाव के थे। पुत्र वधू सुबह सात बजे उसे चाय देकर प्रतिदिन आशीर्वाद लेती थी, जिससे मन बहुत खुश होता था। 

कार्बन डाइऑक्साइड गैस बहुत खतरनाक

गैस गीजर के मैकेनिक अनिल कुमार ने बताया कि कार्बन डाइऑक्साइड गैस बंद बाथरूम में बड़ी खतरनाक होती है, इसलिए बाथरूम से गैस निकालने के लिए एग्जॉस्ट फैन या वेंटीलेशन होना जरूरी है। गैस गीजर अगर खुले में लगा लें तो बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन बंद जगह में यह खतरनाक है। उन्होंने बताया कि यह गीजर कार्बन डाइऑक्साइड गैस छोड़ता है और इंसान भी कार्बन डाइऑक्साइड गैस छोड़ता है। यही कारण है कि बंद बाथरूम में ऑक्सीजन की कमी से दम घुटने लगता है। अगर 15 से 30 मिनट के अंदर बचाव नहीं होता तो व्यक्ति की जान जा सकती है।  

ये है बचाव के उपाय

  •  गैस गीजर हमेशा खुले में लगाएं।
  •  बाथरूम में वेंटीलेशन और एग्जॉस्ट फैन होना जरूरी
  •  बाथरूम की छत ज्यादा नीचे नहीं होनी चाहिए
  •  सिलिंडर को बार-बार चेक करना चाहिए
  •  दुर्गंध आने पर मैकेनिक की सलाह जरूर लें
  •  बगैर जानकारी के स्वयं गीजर ठीक न करें
  •  सिलिंडर की पाइप निकाल कर वापस डालते हैं तो लीकेज का खतरा रहता है