Vikrant Shekhawat : Sep 17, 2021, 08:17 AM
लखनऊ: यूपी में दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने कहर ढा दिया है। गुरुवार को जगह-जगह मकान, दीवार, पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए। रेलवे ट्रैक पर ओएचई लाइन टूट जाने से कई ट्रेनों के पहिए थम गए। विमान सेवा बाधित हुई। बिजली व्यवस्था चरमरा गई। कुल 48 लोगों की मौत हो गई है। कई घायल हैं। सबसे ज्यादा नुकसान अवध क्षेत्र में हुआ है। लखनऊ में तीन समेत यहां 21 लोगों की जान चली गई।मौसम के रुख को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी स्कूल कॉलेजों को अगले दो दिनों यानी 17 व 18 सितंबर को बंद करने का आदेश दिया है। अब स्कूल सोमवार को खुलेंगे। हालांकि 18 सितंबर को यूपी बोर्ड की अंक सुधार परीक्षा का कार्यक्रम यथावत रहेगा। मुख्यमंत्री ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कई क्षेत्रों में अतिवृष्टि के दृष्टिगत सभी मण्डलायुक्तों तथा जिलाधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर राहत कार्यों पर नजर रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आपदा के दृष्टिगत जिलों में राहत कार्य प्रभावी रूप से कराए जाएं। आपदा से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाई जाए। जल-जमाव की स्थिति में प्राथमिकता पर जल निकासी की व्यवस्था करायी जाए। उन्होंने संबंधित जनपदों के अधिकारियों को आपदा से हुए नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं।मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के मौसम में यह बदलाव मध्य प्रदेश व आसपास केन्द्रित कम हवा के दबाव क्षेत्र की वजह से आया है। बीते 24 घंटे से प्रदेश में मानसून सक्रिय है। 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चली। इस वजह से तमाम इलाकों में पेड़, खंभे और मकानों की दीवारें गिरने की घटनाएं हुईं। राज्य में बदली बारिश का यह सिलसिला अलग-अलग इलाकों में 19 सितंबर तक जारी रहने के आसार हैं। लखनऊ में घनघोर बारिशघनघोर बारिश के चलते लखनऊ के मोहिबुल्लापुर स्टेशन पर जलभराव में डूबने से दो बच्चों की और अलीगंज में बिजली का झटका लगने से एक बच्चे की जान चली गई। निगोहा में एक घर, मोहनलालगंज में तहसील की छत समेत आधा दर्जन घरों की दीवारें ढह गईं। लखनऊ का दो तिहाई हिस्सा जलमग्न हो गया। मानकनगर में ट्रैक पर पानी भरने से कानपुर से आने-जाने वाली ट्रेनें उत्तर रेलवे के ट्रैक से गईं। जिले में बिजली का हाहाकार रहा। 52 से अधिक पोल पेड़ गिरने व चार दर्जन से अधिक ट्रांसफर दग गए। बाराबंकी के बसायगपुर मजरा ढेमा, खुशेहटी्, महमूदपुर मजरे टिकरा घाट, जेठौती कुर्मियान और रबड़हिया गांव में दीवार व कच्चे मकान गिरने से पिता-पुत्र समेत आठ लोगों की मौत हो गई है। पेड़ टूटने से लखनऊ-अयोध्या नेशनल हाईवे पर डेढ़ घंटे से अधिक जाम लगा रहा। रेलवे ट्रैक पर पेड़ गिरने से साबरमती ट्रेन हादसे का शिकार होते-होते बची। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बाराबंकी का दौरा भी रद्द करना पड़ा। रायबरेली के पोरई, टिकरिया व जायस गांव में सात साल की बच्ची व दो महिलाओं की मौत हो गई। दीवार व छप्पर गिरने से अमेठी जिले में पांच साल की बच्ची समेत दो, अयोध्या के दोस्तपुर व देवगिरी गांव में दो, सुलतानपुर के गोसाईगंज व कोतवाली देहात में दो और सीतापुर के महमूदाबाद में एक बच्ची की जान चली गई। कुछ लोग घायल भी हैं और विभिन्न अस्पतालों में उनका इलाज चल रहा है। सैकड़ों गांवों में अंधेरा पसर गया। प्रयागराज, कौशाम्बी में भारी नुकसान:प्रयागराज समेत कौशाम्बी और प्रतापगढ़ में मूसलाधार बारिश ने कहर ढा दिया। जर्जर मकान गिरने से प्रयागराज में छह, कौशाम्बी में तीन और प्रतापगढ़ में पांच लोगों की की जान गई। प्रशासन सभी तहसीलों से आकड़े एकत्र कर रहा है, जिससे मुआवजे की प्रक्रिया शुरू की जा सके। फूलपुर के मौजा आले मऊ स्थित कान्हा गोशाला में पांच गोवंशों ने दम तोड़ दिया और सात गंभीर रूप से बीमार हैं। मध्य यूपी व बुंदेलखंड बेहाल: फतेहपुर में घरगिरी की घटनाओं में मासूम समेत पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि दंपति घायल हो गए। बांदा में कच्चा मकान गिरने ने युवक की मौत हुई। उन्नाव में भी एक की जान चली गई। इटावा में बारिश के दौरान हावड़ा-दिल्ली रेलमार्ग पर पेड़ गिरने से ओएचई लाइन टूट गई, जिससे इटावा जंक्शन समेत आसपास के स्टेशनों पर कई प्रमुख ट्रेनें खड़ीं हो गईं। बारिश के कारण जन-जीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। घरों में पानी भरने से लोग गृहस्थी समेटते दिखे। पूर्वांचल में दर्जनों कच्चे मकान गिरे : बलिया को छोड़कर पूर्वांचल के 9 जिलों में दिनभर रुक रुककर बारिश होती रही। जौनपुर में कच्चे मकान व पेड़ गिरने से चार और आजमगढ़ में दीवार गिरने से एक की जान चली गई। चंदौली में वज्रपात से किसान की मौत हो गई। भदोही, गाजीपुर, मिर्जापुर, आजमगढ़ और मऊ के कई इलाकों में बिजली के तार टूट जाने से 270 से अधिक गांवों की आपूर्ति बाधित है। चंदौली के आधा दर्जन गांवों में कच्चे मकान ढहने से आधा दर्जन लोग चोटिल हैं। सब्जी, धान की अगैती फसल को नुकसानमूसलाधार बारिश से धान की अगैती और सब्जी की फसल को नुकसान पहुंचा है। खासतौर पर पूर्वांचल में अगैती फसल पर बुरा असर पड़ा। लखनऊ मण्डल के कृषि उप निदेशक सी.पी.श्रीवास्तव के अनुसार अगैती में बालियां आने लगी हैं। इसलिए तेज हवा और बारिश से फसल खेत में गिर गई। उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि मक्का, ज्वार और बाजरा के खेतों में भरा पानी मेड़ काटकर तत्काल निकाल दें। बहराइच, अम्बेडकरनगर समेत कई जगह गन्ने की फसल गिर गई है। केले की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। कहां-कितनी बारिशलखनऊ 235प्रयागराज 190बाराबंकी 165मेरठ 168अयोध्या 168गोरखपुर 130वाराणसी 104कानपुर 85बरेली 04