Live Hindustan : Dec 15, 2019, 10:19 AM
झारखंड | नागरिकता संशोधन कानून में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसका इशारा कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस पर नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। साथ ही रैली में यह इशारा दिया कि क्रिसमस के बाद वह इस मुद्दे पर विचार कर सकते हैं। बता दें कि नागरिकता कानून के खिलाफ देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन तेज है और खासकर पूर्वोत्तर के राज्यों में इसका असर व्यापक दिख रहा है। अमित शाह ने झारखंड चुनाव के दौरान अमित शाह ने गिरिडीह, बाघमारा और देवघर विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी जनसभाओं में पूर्वोत्तर के लोगों को आश्वासन दिया कि इस अधिनियम से उनकी संस्कृति, भाषा, सामाजिक पहचान और राजनीतिक अधिकार प्रभावित नहीं होंगे। भाजपा अध्यक्ष ने कहा, '' मैं असम और पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उनकी संस्कृति, सामाजिक पहचान, भाषा, राजनीतिक अधिकारों को नहीं छुआ जाएगा तथा नरेंद्र मोदी सरकार उनकी रक्षा करेगी।
अमित शाह ने कहा कि मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा और उनकी सरकार के मंत्रियों ने इस मुद्दे पर चर्चा को लेकर शुक्रवार को उनसे मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि मेघालय में समस्या है। मैंने उन्हें समझाने का प्रयास किया कि कोई मुद्दा नहीं है। उसके बाद भी उन्होंने मुझसे (कानून में) कुछ बदलाव करने को कहा। अमित शाह ने आगे कहा, '' मैंने संगमा जी को क्रिसमस के बाद समय मिलने पर मेरे पास आने को कहा है। हम मेघालय के वास्ते रचनात्मक तरीके से समाधान ढूंढने के लिए सोच सकते हैं। किसी को डरने की जरूरत नहीं है।राहुल गांधी पर प्रहार करते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बस शोर मचा रहे हैं और उन्हें भारत के इतिहास की जानकारी नहीं है और उन्होंने अपनी आंखों पर 'इतालवी चश्मा' लगा रखा है। उन्होंने कहा, '' हमारी पार्टी की युवा ईकाई का एक जिलाध्यक्ष भी यह बता सकता है कि झारखंड में पांच साल के भाजपा शासन में क्या-क्या विकास कार्य हुए और राहुल गांधी की कांग्रेस ने 55 साल के अपने शासन दौरान क्या कार्य किये। उन्होंने कहा, '' राहुल गांधी और हेमंत सोरेन कहते हैं कि कश्मीर मुद्दा झारखंड चुनाव में क्यों महत्वपूर्ण है?.... इस राज्य के युवा देश की सीमा को सुरक्षित रख रहे हैं। लेकिन राहुल गांधी इतिहास नहीं जानते, क्योंकि उन्होंने आंखों पर इतालवी चश्मे लगा लिये हैं। अमित शाह ने कांग्रेस पर नक्सलवाद को बढ़ावा देने, कश्मीर को आतंकवादियों के हाथों में सौंप देने और अयोध्या मुद्दे को सालों तक लटकाने का भी आरोप लगाया। शाह ने कहा कि कांग्रेस भाजपा पर मुसलमानविरोधी होने का आरोप लगाती है लेकिन यही राजग सरकार है जो तीन तलाक कानून लायी। अमित शाह ने मतदाताओं से राज्य से वाम चरमपंथ को उखाड़ फेंकने के लिए भाजपा सरकार को फिर से सत्ता में लाने की अपील की।#WATCH HM Amit Shah in J'khand y'day: Abhi CAB aya hai... Kal Meghalaya CM mujhe mile,unka aagreh tha ki kuch parivartan karne padenge. Maine unhe kaha hai ki aaram se beth kar sakaratmak roop se soch kar Meghalaya ki samasya ka samadhan nikalenge. Kisi ko darne ki zaroorat nahi pic.twitter.com/0LAQTFbYQL
— ANI (@ANI) December 15, 2019