Reliance Group News / अनिल अंबानी के रिलायंस समूह ने की बदलाव यात्रा शुरू, जानें अब आगे क्या?

अनिल अंबानी के रिलायंस समूह ने कर्ज चुकाने और विस्तार के लिए फंड जुटाने की योजना बनाकर निवेशकों को चौंकाया है। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने 6,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की घोषणा की, जिससे समूह के शेयरों में उछाल आया। रिलायंस पावर का भी बाजार पूंजीकरण तेजी से बढ़ा है।

Vikrant Shekhawat : Sep 23, 2024, 01:00 AM
Reliance Group News: अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह ने हाल के वर्षों में आर्थिक संकट का सामना किया, जिसमें उनकी कई प्रमुख फर्में दिवाला कार्यवाही में फंसी और भारी कर्ज में डूब गईं। हालांकि, पिछले सप्ताह समूह की ओर से की गई घोषणाओं ने निवेशकों में उम्मीदें जगाई हैं और इसे संभावित बदलाव का संकेत माना जा रहा है। 18 से 20 सितंबर के बीच, समूह ने फंड जुटाने की कई योजनाओं का ऐलान किया, जिससे समूह की वित्तीय स्थिति को सुधारने की उम्मीद है।

रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के बोर्ड ने तरजीही निर्गम (प्रेफरेंशियल इश्यू) और क्यूआईपी (क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट) के माध्यम से 6,000 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने की योजना को मंजूरी दी है। इसी के साथ, रिलायंस पावर के बोर्ड ने भी फंड जुटाने के विभिन्न तरीकों पर विचार करने के लिए 23 सितंबर को बैठक आयोजित की है।

निवेशकों को आश्चर्यचकित किया

अनिल अंबानी के इन फंड जुटाने के प्रयासों ने निवेशकों को चौंका दिया है। कर्ज के भार को कम करने और भविष्य में विस्तार के लिए नई पूंजी जुटाने की उनकी रणनीति को बाजार ने सकारात्मक रूप से देखा है। शेयर बाजार में इन फर्मों के शेयरों में भारी उछाल आया। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर में प्रवर्तक समूह द्वारा 1,100 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा ने निवेशकों के विश्वास को और बढ़ाया।

विश्लेषकों का मानना है कि यह दोहरी रणनीति – कर्ज में कमी और ताजा पूंजी जुटाना – रिलायंस समूह के दीर्घकालिक पुनरुद्धार के लिए एक मजबूत आधार तैयार कर सकती है। समूह की इस नई दिशा ने निवेशकों में कंपनी के पुनरुद्धार की संभावना को लेकर आशाएं जगा दी हैं।

बाजार पूंजीकरण में उछाल

इन घोषणाओं के बाद, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का बाजार पूंजीकरण सप्ताह के अंत तक लगभग 50 प्रतिशत बढ़ गया, जो 8,500 करोड़ रुपये से बढ़कर 12,500 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह, रिलायंस पावर का बाजार पूंजीकरण 25 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 11,500 करोड़ रुपये से 14,600 करोड़ रुपये हो गया। यह उछाल दर्शाता है कि निवेशकों का समूह की भविष्य की योजनाओं पर विश्वास बढ़ा है।

स्टॉक्स का ऐतिहासिक प्रदर्शन

रिलायंस पावर के स्टॉक ने पिछले पांच वर्षों में निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। इस अवधि में इसका स्टॉक मूल्य 2.90 रुपये से बढ़कर 36.34 रुपये हो गया, जिससे निवेशकों को 1,153.10% का बंपर रिटर्न मिला है। वहीं, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों का मूल्य पिछले पांच साल में 36.60 रुपये से बढ़कर 316 रुपये हो गया, जिससे 763.39% का बड़ा रिटर्न मिला है।

निष्कर्ष

अनिल अंबानी की रिलायंस समूह के पुनरुद्धार की रणनीति और कर्ज से मुक्ति पाने के प्रयासों ने निवेशकों में नई उम्मीदें पैदा की हैं। शेयर बाजार में तेजी और कंपनियों के स्टॉक्स का अच्छा प्रदर्शन यह दिखाता है कि समूह ने सही दिशा में कदम बढ़ाया है। यदि समूह अपने फंड जुटाने और कर्ज घटाने के लक्ष्य को हासिल करता है, तो यह दीर्घकालिक रूप से समूह के भविष्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।