Vikrant Shekhawat : Feb 23, 2023, 11:29 AM
Adenoviruses : बदलते मौसम में लोगों को बीमारियों का खतरा भी रहता है. पिछले दो-तीन सालों में कोरोना वायरस के कारण देश और दुनिया में काफी कहर देखने को मिला है. इस बीच अब एक नए वायरस ने कोहराम मचाया हुआ है. पिछले कुछ वक्त से पश्चिम बंगाल में इस वायरस का कहर देखने को मिल रहा है. इस वायरस का नाम एडेनोवायरस (Adenovirus) है. पश्चिम बंगाल में इस वायरस के कई मामले सामने आए हैं, जिसके बाद प्रशासन भी अलर्ट है.
यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार एडेनोवायरस ऐसा वायरस हैं जो आमतौर पर सांस की बीमारी, हल्की सर्दी या फ्लू जैसी बीमारी का कारण बनते हैं. एडेनोवायरस के कारण में इन्फ्लूएंजा, पैरेन्फ्लुएंजा, राइनोवायरस और न्यूमोकोकी शामिल हैं.लक्षणएडेनोवायरस संक्रमण के सबसे आम लक्षणों में 3 दिनों से अधिक समय तक लगातार बुखार, खांसी, गले में खराश, नाक बहना, दस्त, उल्टी और तेज सांस लेना शामिल है. इसके वायरस के कारण छोटे बच्चे, पुरानी सांस की बीमारी और अन्य गंभीर बीमारियों वाले लोगों को ज्यादा खतरा है.इलाजहालांकि एडेनोवायरस फ्लू का कोई इलाज नहीं है, हल्के लक्षणों का इलाज घर पर ओआरएस, स्वस्थ आहार और रोगसूचक देखभाल के साथ किया जा सकता है. यदि बुखार 3-5 दिनों से अधिक समय तक बना रहता है या यदि आप तेज या तनावपूर्ण सांस लेते हैं, भूख कम लगती है और दिन में पांच बार से कम मूत्र होता है तो अस्पताल जाकर अपनी जांच करवाएं.बचावरोकथाम के लिए जरूरी है कि मास्क पहनें, हाथों की स्वच्छता बनाए रखें और कोविड-19 के समान अन्य उपायों को भी अपनाएं.
यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार एडेनोवायरस ऐसा वायरस हैं जो आमतौर पर सांस की बीमारी, हल्की सर्दी या फ्लू जैसी बीमारी का कारण बनते हैं. एडेनोवायरस के कारण में इन्फ्लूएंजा, पैरेन्फ्लुएंजा, राइनोवायरस और न्यूमोकोकी शामिल हैं.लक्षणएडेनोवायरस संक्रमण के सबसे आम लक्षणों में 3 दिनों से अधिक समय तक लगातार बुखार, खांसी, गले में खराश, नाक बहना, दस्त, उल्टी और तेज सांस लेना शामिल है. इसके वायरस के कारण छोटे बच्चे, पुरानी सांस की बीमारी और अन्य गंभीर बीमारियों वाले लोगों को ज्यादा खतरा है.इलाजहालांकि एडेनोवायरस फ्लू का कोई इलाज नहीं है, हल्के लक्षणों का इलाज घर पर ओआरएस, स्वस्थ आहार और रोगसूचक देखभाल के साथ किया जा सकता है. यदि बुखार 3-5 दिनों से अधिक समय तक बना रहता है या यदि आप तेज या तनावपूर्ण सांस लेते हैं, भूख कम लगती है और दिन में पांच बार से कम मूत्र होता है तो अस्पताल जाकर अपनी जांच करवाएं.बचावरोकथाम के लिए जरूरी है कि मास्क पहनें, हाथों की स्वच्छता बनाए रखें और कोविड-19 के समान अन्य उपायों को भी अपनाएं.