News18 : Sep 22, 2020, 07:14 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) की शिकायत पर एक निजी कंपनी मेसर्स क्वालिटी लिमिटेड और कंपनी के निदेशकों के खिलाफ बैंक लोन फर्जीवाड़े (Bank Loan Fraud) का मामला दर्ज करने के बाद चार राज्यों में छापेमारी की। सीबीआई ने दिल्ली समेत यूपी के सहारनपुर, बुलंदशहर, राजस्थान के अलवर और हरियाणा के पलवल में आठ जगहों पर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया। दरअसल, ये मामला बैंक ऑफ इंडिया समेत कई बैंकों से करीब 1,400 करोड़ रुपये से ज्यादा का लोन लेने के बाद फर्जीवाड़े को अंजाम देने से जुड़ा है।
बैंक ऑफ इंडिया को हुआ सबसे ज्यादा नुकसानसीबीआई की दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक, मेसर्स क्वालिटी लिमिटेड ने बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (CBI), केनरा बैंक ( Canara Bank), बैंक ऑफ बड़ोदा (BoB), धनलक्ष्मी बैंक (Dhanlaxmi Bank) और सिंडिकेट बैंक ( Syndicate Bank) को चूना लगाया है। बैंकों के कंजोर्टियम का नेतृत्व बैंक ऑफ इंडिया कर रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान भी इसी बैंक को हुआ है। फर्जीवाड़े का ये मामला दिल्ली में बैंक ऑफ इंडिया के जनपथ इलाके की चंद्रलोक बिल्डिंग में मौजूद शाखा में हुआ है।
लेनदेन में किया फर्जी डॉक्युमेंट्स का इस्तेमालमेसर्स क्वालिटी लिमिटेड (M/s Kwality ltd) का दफ्तर दिल्ली में राजौरी गार्डन इलाके के एफ-82 शिवाजी प्लेस में केडीआईएल में है। बैंक ने इसी पते पर करोड़ों रुपये का लोन लिया था। साथ ही लेनदेन के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया है। कंपनी के मालिकों में संजय ढिंगरा, अरुण श्रीवास्तव और सिद्धांत गुप्ता शामिल हैं। सीबीआई ने कई अज्ञात सरकारी बैंक अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। सभी आरोपी दिल्ली में ही रहते हैं, लेकिन अलग-अलग राज्यों में कारोबार है। इसलिए सभी ठिकानों पर छापेमारी की गई है।सीबीआई ने जब्त किए मोबाइल और हार्डडिस्कसूत्रों के मुताबिक दिल्ली (Delhi), हरियाणा (Haryana), यूपी (UP) और राजस्थान (Rajasthan) में आठ जगहों पर सोमवार देर शाम तक हुई छापेमारी के दौरान कई अहम दस्तावेजों और सबूतों को जब्त किया गया है। साथ ही छापेमारी के दौरान कई मोबाइल फोन, कंप्यूटर हार्ड डिस्क को भी सीबीआई की टीम ने जब्त (Seize) कर लिया है। सीबीआई की टीम इन सभी को खंगालने के बाद कई आरोपियों की गिरफ्तारी कर सकती है।
बैंक ऑफ इंडिया को हुआ सबसे ज्यादा नुकसानसीबीआई की दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक, मेसर्स क्वालिटी लिमिटेड ने बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (CBI), केनरा बैंक ( Canara Bank), बैंक ऑफ बड़ोदा (BoB), धनलक्ष्मी बैंक (Dhanlaxmi Bank) और सिंडिकेट बैंक ( Syndicate Bank) को चूना लगाया है। बैंकों के कंजोर्टियम का नेतृत्व बैंक ऑफ इंडिया कर रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान भी इसी बैंक को हुआ है। फर्जीवाड़े का ये मामला दिल्ली में बैंक ऑफ इंडिया के जनपथ इलाके की चंद्रलोक बिल्डिंग में मौजूद शाखा में हुआ है।
लेनदेन में किया फर्जी डॉक्युमेंट्स का इस्तेमालमेसर्स क्वालिटी लिमिटेड (M/s Kwality ltd) का दफ्तर दिल्ली में राजौरी गार्डन इलाके के एफ-82 शिवाजी प्लेस में केडीआईएल में है। बैंक ने इसी पते पर करोड़ों रुपये का लोन लिया था। साथ ही लेनदेन के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया है। कंपनी के मालिकों में संजय ढिंगरा, अरुण श्रीवास्तव और सिद्धांत गुप्ता शामिल हैं। सीबीआई ने कई अज्ञात सरकारी बैंक अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। सभी आरोपी दिल्ली में ही रहते हैं, लेकिन अलग-अलग राज्यों में कारोबार है। इसलिए सभी ठिकानों पर छापेमारी की गई है।सीबीआई ने जब्त किए मोबाइल और हार्डडिस्कसूत्रों के मुताबिक दिल्ली (Delhi), हरियाणा (Haryana), यूपी (UP) और राजस्थान (Rajasthan) में आठ जगहों पर सोमवार देर शाम तक हुई छापेमारी के दौरान कई अहम दस्तावेजों और सबूतों को जब्त किया गया है। साथ ही छापेमारी के दौरान कई मोबाइल फोन, कंप्यूटर हार्ड डिस्क को भी सीबीआई की टीम ने जब्त (Seize) कर लिया है। सीबीआई की टीम इन सभी को खंगालने के बाद कई आरोपियों की गिरफ्तारी कर सकती है।